गोदरेज समूह की रियल एस्टेट प्राइवेट इक्विटी इकाई गोदरेज फंड मैनेजमेंट (जीएफएम) ने आज कहा कि उसने अपने 50 करोड़ डॉलर के ऑफिस प्रॉपर्टी फंड के लिए नीदरलैंड स्थित एपीजी ऐसेट मैनेजमेंट से 20 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई है। गोदरेज समूह ने गोदरेज बिल्ड टु कोर (जीबीटीसी)-2 नामक फंड में 50 करोड़ डॉलर लगाए हैं। फंड प्रबंधक की योजना इस साल के अंत तक कोष उगाही सौदों का दूसरा और निर्णायक चरण पूरा करने की है। जब गोदरेज फंड मैनेजमेंट के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी करण बोलारिया से यह पूछा गया कि क्या जीएफएम आलियांज (पिछले फंड में उसकी निवेशक) से कोष जुटाएगी तो उन्होंने कहा, 'सभी विकल्प खुले हुए हैं और हम दूसरे और आखिरी चरण के लिए कई निवेशकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।' रियल एस्टेट फंड प्रबंधक द्वारा हाल के सप्ताहों में घोषित यह दूसरी कोष उगाही है। पिछले सप्ताह मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि वह निर्माण के वित्त पोषण के लिए 800 करोड़ रुपये का परिसंपत्ति कोष जुटा रही है। फंड प्रबंधक ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कोष उगाही कार्यक्रम के तहत जीएफएम ऐसी क्लास-ए ऑफिस परिसंपत्तियां विकसित करने में सक्षम होगी, जिनकी वैल्यू पूरी हो जाने पर 1.5 अरब डॉलर (11,000 करोड़ रुपये) होगी और ऑफिस परिसंपत्तियों की कुल वैल्यू (पिछले फंडों से पूंजी समेत) के साथ पोर्टफोलियो वैल्यू बढ़कर 22,000 करोड़ रुपये हो जाएगी। जीएफएम ने जीबीटीसी-1 और गोदरेज ऑफिस फंड-1 के तहत जुटाई गई पिछली सभी पूंजी का निवेश कर दिया है। बयान में कहा गया है कि यह समूह मौजूदा समय में मजबूत निवेश प्रवाह से संपन्न है और वह नई पूंजी को 12 महीने के अंदर निवेशित करना चाहता है। यह जीएफएम द्वारा समर्थित तीसरा भारत-केंद्रित ऑफिस वेंचर और कुल मिलाकर पांचवां उद्यम है। बोलारिया ने कहा, 'हमारे समूह का भारत के प्रतिष्ठिïत कार्यालय क्षेत्र में मजबूत विश्वास है और हमारा मानना है कि बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव ने आकर्षक पूंजी नियोजन के अवसर प्रदान किए हैं।' एपीजी ऐसेट मैनेजमेंट-एशिया के प्रबंध निदेशक ग्रेम टॉरे ने कहा, 'हम गोदरेज के साथ एक और सफल भागीदारी की संभावना तलाश रहे हैं। भारतीय कार्यालयों के लिए बिल्ड-टु-कोर रणनीति हमारे पेंशन फंड ग्राहकों के लिए हमारी प्रमुख निवेश योजनाओं के अनुरूप है। साथ ही हम उन भागीदारों के साथ निवेश करना चाहते हैं तो श्रेष्ठï क्रियान्व्यन क्षमताएं मुहैया कराते हैं।' इसके अलावा, एपीजी ने देश में मॉलों की स्थापना के लिए जेंडर के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है।
