वैश्विक ब्रोकरेज जेफेरीज ने कहा है कि चालू कैलेंडर साल के अंत तक आवासीय संपत्तियों का भंडारण 8 साल के निचले स्तर पर पहुंच जाएगा और मकानों के दाम में अगले 2 साल में 10 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी होगी। जेफेरीज ने हाल की रिपोर्ट में कहा है, '2021 में आवास क्षेत्र में चक्र शुरू होगा और अंतिम उपभोक्ता व निवेशक दोनों ही सक्रिय होंगे। हम उम्मीद करते हैं कि आवास की बिक्री 2019 के स्तर को पार कर जाएगी और भंडारण का स्तर 2021 के अंत तक 8 साल के निचले स्तर पर होगा। साथ ही अगले 2 साल में आवासीय संपत्ति की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोतरी होगी।' बहरहाल हीरानंदानी कम्युनिटीज के चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी जैसे प्रमुख डेवलपरों का कहना है कि कीमतों के बारे में अनुमान लगाना कठिन है। उन्होंने कहा, 'अगले दो साल में दाम के बारे में अनुमान लगाना कठिन है। अगर आपूर्ति बढ़ती है तो कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होगी। अगर मांग बढ़ती है तो ऐसा हो सकता है, लेकिन हम अभी कोई अनुमान नहीं लगा सकते हैं।' एएसके प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित भगत ने कहा कि प्रतिष्ठित व ब्रांडेड डेवलपरों को अगले 2-3 साल में कीमतें बढ़ाने का लाभ मिल सकता है, जो उपनगरीय इलाकों में आवासीय संपत्तियां विकसित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'बढ़ी कीमतों का लाभ संभवत: विस्तारित उपनगरों और गैर वृद्धि वाले गलियारों में नहीं मिलेगा, जो नौकरियों वाली अर्थवव्यवस्था से निकट नहीं हैं।'29 करोड़ किसानों ने कराया बीमा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत अब तक 29 करोड़ किसानों ने बीमा कराया है। तोमर ने ऐसे किसानों से जल्द अपनी फसलों का बीमा कराने का आग्रह किया है जिन्होंने अभी तक बीमा नहीं कराया है । पीएमएफबीवाई के कार्यान्वयन के पांच वर्षों के पूरा होने के अवसर पर मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली किसी भी फसल हानि से किसानों के लिए फसल बीमा ही एकमात्र 'सुरक्षा कवच' है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 29 करोड़ किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है। भाषा
