दिसंबर में निफ्टी पर शीर्ष-5 शेयरों की चमक फीकी | ऐश्ली कुटिन्हो / मुंबई January 12, 2021 | | | | |
शीर्ष पांच निफ्टी-50 शेयरों का योगदान दिसंबर में पूर्ववर्ती महीने के मुकाबले कमजोर रहा, जिससे सूचकांक के व्यापक आधार का संकेत मिलता है। बाजार जानकारों का मानना है कि इस साल बाजार में तेजी कम केंद्रित रहने की संभावना है और यह धु्रवीकरण (जिसमें कुछ ही शेयर सूचकांक के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करते हैं) 2021 में कम दिखेगा।
निफ्टी50 सूचकांक में प्रमुख-5 शेयरों का योगदान 42.4 प्रतिशत रहा, जो नवंबर में 42.66 प्रतिशत था। प्रमुख चार क्षेत्रों - वित्तीय सेवा, सूचना प्रौद्योगिकी, तेल एवं गैस, और उपभोक्ता वस्तु ने दिसंबर तक इस सूचकांक में 79.1 प्रतिशत योगदान दिया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और एचडीएफसी बैंक जैसे शेयरों का अब 10.66 प्रतिशत और 10.37 प्रतिशत योगदान है, जो नवंबर में 11.17 और 11.21 प्रतिशत था। कुछ महीने पहले, आरआईएल ने 15 प्रतिशत का भारांक छुआ था।
आरआईएल का शेयर सितंबर के अपने 2,368 रुपये के 52 सप्ताह ऊंचे स्तरों से 19 प्रतिशत गिर चुका है। यह शेयर अपने मार्च के निचले स्तरों से करीब दोगुना हो गया था और दिसंबर 2016 से चार गुना हो गया था और 31 जुलाई तक उसका निफ्टी-50 सूचकांक में 14 प्रतिशत का भारांक था। 23 मार्च को आरआईएल का भारांक 8.77 प्रतिशत जो पिछले जून के 10 प्रतिशत के मुकाबले कम था।
अपने जियो प्लेटफॉम्र्स में निवेश की वजह से आरआईएल पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में थी। कंपनी ने 53,000 करोड़ रुपये के राइट इश्यू को भी बाजार में पेश किया था।
आरआईएल का शेयर 23 मार्च से 117 प्रतिशत चढ़ा है, जो निफ्टी-50 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन है। निफ्टी में इस अवधि में 90 प्रतिशत की तेजी आई है। एचडीएफसी बैंक का शेयर 91 प्रतिशत चढ़ा हे।
आरआईएल के शेयर और उसके भारांक में बड़ी तेजी से फंड प्रबंधकों के लिए चुनौती पैदा हो गई थी, क्योंकि सक्रिय फंडों को किसी खास योजना के एक शेयर में 10 प्रतिशत से ज्यादा धारिता की अनुमति नहीं है।
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