वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार में उछाल | सुंदर सेतुरामन / तिरुवनंतपुरम January 08, 2021 | | | | |
वैश्विक संंकेतों से शेयर बाजार में आज शानदार तेजी देखी गई। यह लगातार 10वां हफ्ता है जब बेंचमार्क सूचकांक बढ़त पर बंंद हुआ है। कोविड टीके के आने तथा अमेरिका में और प्रोत्साहन मिलने की उम्मीदों से बाजार में उत्साह रहा।
बेंचमार्क सेंसेक्स सत्र के अंत में 689 अंक या 1.43 फीसदी चढ़कर 48,782 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ निफ्टी सत्र की समाप्ति पर 210 अंक या 1.48 फीसदी बढ़त के साथ 14,347 पर था। भारत में कोविड-19 टीकाकरण की शुरुआत और अमेरिका में राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर औपचारिक मुहर लगने से बाजार में उत्साह रहा। बाइडन के नाम की पुष्टि और डेमोक्रेट्स को सीनेट में बहुमत मिलने से उम्मीद जगी है कि अमेरिकी सरकार और प्रोत्साहन देगी। निवेशकों को भी उम्मीद है कि सीनेट में बहुमत से बाइडन प्रशासन को अर्थव्यवस्था पर महामारी के असर से प्रभावी तरीके से निपटने में मदद मिलेगी। दुनिया भर के बाजार रोजगार आंकड़ों की अहम रिपोर्ट से पहले चढ़े। विशेषज्ञ अनुमानों मेंं दिसंबर में नियुक्तियों में भारी गिरावट दिखाई गई है, जिससे और प्रोत्साहनों का आधार ज्यादा मजबूत होता है।
वालेंटिस एडवाइजर्स के संस्थापक ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा, 'डेमोक्रेट्स को सीनेट में नियंत्रण मिल गया है, इसलिए प्रोत्साहन देना आसान हो गया है। इन प्रोत्साहनों से डॉलर कमजोर हो सकता है और कमजोर डॉलर उभरते बाजारों के लिए अच्छा है।'
अमेरिका राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने गुरुवार को बयान दिया कि वह सहजता से सत्ता हस्तांतरित करेंगे, जिससे भी निवेशकों की उम्मीदें बढ़ी हैं। ट्रंप का यह बयान उनके समर्थकों के कैपिटोल इमारत में बवाल मचाने के एक दिन बाद आया। कैपिटोल अमेरिकी सरकार की संसद है। इस घटना के बाद ट्रंप की कड़ी आलोचना हो रही है। यह आलोचना उनकी पार्टी और डेमोक्रेट कर रहे हैं। निवेशक कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों और अमेरिका में राजनीतिक अशांति से आगे का परिदृश्य देख रहे हैं। उनकी नजर इस साल में आर्थिक सुधार पर टिकी है।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेट्स के नियंत्रण और टीके के कारण जल्द आर्थिक सुधार की उम्मीदों से वैश्विक बाजारों में तेजी रही। इससे घरेलू बाजार में भी तेजी आई।'
भारत के जीडीपी अनुमानों में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था के पहले के अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। इससे निवेशकों में उत्साह है।
|