गिफ्टी सिटी में एकल बुलियन एक्सचेंज होगा? | राजेश भयानी / मुंबई January 07, 2021 | | | | |
इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) में एकीकृत नियामक इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेज सेंटर अथॉरिटी ने गिफ्ट सिटी में एकल बुलियन एक्सचेंज का सुझाव दिया है।
तीन एक्सचेंज- इंडिया इंटरनैशनल एक्सचेंज (आईएनएक्स)-बीएसई की सहायक इकाई, एनएसई का इंटरनैशनल एक्सचेंज, और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) - गिफ्ट सिटी आईएफएससी में अपने स्वयं के बुलियन एक्सचेंज स्थापित करना चाहते हैं, लेकिन वे अब अपनी योजनाओं पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
नियामक के सुझाव के बाद आईएनएक्स के अधिकारियों ने अन्य दो एक्सचेंजों के अधिकारियों से संपर्क किया है। तीन नहीं तो कम से कम दो एक्सचेंज स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस उद्योग के एक जानकार ने कहा कि हालांकि तीन एक्सचेंजों के लिए स्वतंत्र रूप से प्रस्ताव सौंपे जा सकते हैं, लेकिन नियामक सिर्फ एक को मंजूरी दे सकता है और इसलिए सभी तीन कंपनियों के एक साथ आगे आने की संभावना है। हालांकि उनका मानना था कि एकल प्लेटफॉर्म के लिए कुछ समस्याओं को दूर किए जाने और अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय के लिए संयुक्त रूप से प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत होगी।
सूत्रों के अनुसार, सैद्घांतिक तौर पर, सभी तीन कंपनियां एकल एक्सचेंज के लिए सहमत हैं और मौजूदा समय में इक्विटी शेयरिंग प्रस्तावित बुलियन एक्सचेंज में अपने संबद्घ कार्य को लेकर चर्चा चल रही है।
घरेलू बाजार में, एमसीएक्स की बुलियन डेरिवेटिव्स में सबसे बड़ी बाजार भागीदारी है और वह स्वर्ण डेरिवेटिव्स कारोबार में सबसे पुरान भी है। सराफा उद्योग में कई ज्वैलरों, रिफाइनरों और हितधारकों ने एमसीएक्स में अपनी जरूरतों पर ध्यान दिया है। हालांकि, आईएफएससी में आईएनएक्स बड़े कारोबार के साथ अग्रणी है।
आईएफएससी में एनएसई एक छोटी कंपनी है, लेकिन घरेलू इक्विटी में, वह बड़ा योगदान दे रही है और उसके प्लेटफॉर्म पर कई विदेशी संस्थान सक्रिय हैं।
इस घटनाक्रम से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, 'कारोबारी अनुभव, निवेशक आधार, और प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर एक्सचेंज मौजूदा समय में चर्चा कर रहे हैं। इन चर्चाओं में यह भी शामिल है कि प्रस्तावित बुलियन एक्सचेंज में उनकी भागीदारी क्या होगी।'
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