'2025 तक 25 शहरों में होगी मेट्रो, अन्य शहरी परिवहन पर चल रहा काम' | त्वेष मिश्र / नई दिल्ली December 28, 2020 | | | | |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली मेट्रो मैजेंटा लाइन पर चालक रहित रेल के पूर्णकालिक परिचालन की शुरुआत की। इस परियोजना से अपने जुड़ाव का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, 'मुझे 3 साल पहले मैजेंटा लाइन के उद्घाटन का मौका मिला था। आज एक बार फिर इस मार्ग पर देश की पहली ऑटोमेटेड मेट्रो का उद्घाटन कर रहा हूं।' चालकरहित रेलों का परीक्षण मई 2016 में शुरू हुआ था और 14 हाइटेक ट्रेने इसके लिए दक्षिण कोरिया से मंगाई गई थीं। परीक्षण अवधि के दौरान 20 दिसंबर 2017 को एक दुर्घटना भी हुई थी, जब एक चालक रहित ट्रेन दीवार से टकरा गई। बाद में पाया गया कि इसमें मानवीय त्रुटि थी, जिसकी वजह से छोटी दुर्घटना हो गई, जब ट्रेन को सफाई के लिए ले जाया जा रहा था।
एक वर्चुअल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'जब हमारी सरकार का 2014 में गठन हुआ, सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी। आज 18 शहरों में मेट्रो सेवा है। 2025 के अंत तक हम इसका विस्तार 25 से ज्यादा शहरों में करने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, '2014 में सिर्फ 248 किलोमीटर मेट्रो लाइन देश में परिचालन में थी। आज यह करीब तीनगुना बढ़कर 700 किलोमीटर हो गई है। 2025 के अंत तक हम इसे बढ़ाकर 1,700 किलोमीटर करने पर काम कर रहे हैं। 2014 में प्रति दिन 17 लाख लोग मेट्रो से चलते थे और अब यह संख्या पांच गुना बढ़कर 85 लाख प्रतिदिन हो गई है।'
इससे जुड़े अधिकारियों ने कहा कि चालक रहित मेट्रो का परिचालन मैजेंटा लाइन पर होगा, जो जनकपुरी (पश्चिम) और बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशनों को जोड़ती है। जून 2021 तक परिचालन का बिस्तार पिंक लाइन तक किया जाएगा, जो मजलिस पार्क और शिव विहार मेट्रो स्टेशनों को जोड़ती है। दिल्ली मेट्रो प्रणाली में करीब 350 ट्रेन सेट हैं, जो 285 स्टेशनों के नेटवर्क में चलती हैं। मोदी ने देश में चल रही विभिन्न तरह की मेट्रो परियोजनाओं का भी उल्लेख किया। ïउन्होंने कहा कि रीजनल रैपिट ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) सेवा दिल्ली से मेरठ की दूरी घटाएगी और एक घंटे से कम समय में यात्रा की जा सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन शहरों में यात्रियों की संख्या कम है, वहां मेट्रोलाइट संस्करण पर काम हो रहा है। इससे सामान्य मेट्रो की तुलना में 40 प्रतिशत लागत कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन शहरों में सवारी कम हैं, वहां मेट्रो नियो पर काम हो रहा है। इसे बनाने में सामान्य मेट्रो से 25 प्रतिशत कम लागत आएगी। जिन शहरों में बड़े जलाशय हैं, वहां वाटर मेट्रो पर काम होगा।
चालकरहित ट्रेन सेवा के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्तर के कॉमन मोबिलिटी कार्ड की भी शुरुआत की, जिससे 23 किलोमीटर एयरपोर्ट एकक्सप्रेस लाइन पर यात्रा की जा सकेगी। बाद में एक और कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक अगस्त 2020 में तीन महीने पहले यह सेवा शुरू किए जाने से अब तक 27,000 टन उत्पादों की ढुलाई हुई है। इस ट्रेन सेवा से सब्सिडी पर कृषि उत्पादों की ढुलाई होती है। इस मौके पर मोदी ने कहा, 'महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार के बीच 100वीं किसान रेल की आज शुरुआत की गई। मल्टी कमोडिटी ट्रेन सर्विस से खराब होने वाले उत्पादों के लिए बाधारहित आपूर्ति शृंखला विकसित होगी। यह पहियों पर कोल्ड चेन की तरह है।' मोदी ने कहा कि बाजार तक उत्पाद पहुंचना कठिन होने पर कृषि उत्पाद सस्ते बिकते हैं। किसान रेल से किसानों को अपने सामान बाजार में पहुंचाने में मदद मिलेगी, जहां वे अपने उत्पादों का बेहतर दाम पा सकेंगे।
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