शेल समर्थित लॉजिस्टिकनाउ सड़क परिवहन व्यापार में लाएगी सुधार | अदिति दिवेकर / मुंबई December 27, 2020 | | | | |
सड़क लॉजिस्टिक्स खंड में और अधिक पारदर्शिता लाने के प्रयास के तहत हाल ही में शेल समर्थित लॉजिस्टिक्सनाउ ने मध्यम और लंबी दूरी के मार्ग पर पूरी तरह से लदे ट्रक के लिए सीमित मालभाड़े के लिए एक बेंचमार्क शुरू किया है। लॉजिस्टिक्सनाउ के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी राज सक्सेना ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, 'सड़क परिवहन का उपयोग करने वाले विनिर्माताओं के पास माल भाड़े की दरों के लिए कोई विश्वसनीय बेंचमार्क नहीं है। वे अपने ही आंकड़ों पर भरोसा करते हैं। इस बेंचमार्क से उन्हें न केवल माल भाड़े की सीमा परिसर का पता चलेगा बल्कि यहां शीर्ष रेटिंग वाले ट्रांसपोर्टरों को भी दिखाया जाएगा, जिससे माल भाड़े की दर का पता लग पाएगा।'
आज देश के 65 फीसदी से अधिक माल की ढुलाई ट्रकों से होती है। लोरी बेंचमार्क के पास एक समर्पित आंकड़ा विश्लेषक टीम है जो ट्रांसपोर्टरों, विनिर्माताओं और सरकारी स्रोतों से आंकड़े जुटाकर अपने ग्राहकों को एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं। आज यह बेंचमार्क देश भर में 20,000 से अधिक मार्गों की पेशकश करता है और इस प्लेटफॉर्म पर 650 से अधिक लॉजिस्टिक कंपनियां हैं। लोरी बेंचमार्क का जोर पूर्ण लदे हुए ट्रक (एफटीएल) पर है। सक्सेना ने बताया कि ऐसा इसलिए है कि मूल्य के संदर्भ में कुल सड़क परिवहन उद्योग में से 70 से 80 फीसदी टीएफएल है।
लोरी बेंचमार्क में एक सीमा से परे भुगतान सुविधा है। हालांकि, यह व्यापक पैमाने पर लघु और मध्यम उद्यमों से लेकर बड़े संगठित वाणिज्यिक संगठनों से आने वाले विनिर्माताओं के साथ साथ ट्रांसपोर्टरों को सेवाओं की पेशकश करती है। एक ओर जहां कंपनी बेंचमार्क में और भी मार्गों को जोड़ रही है, उसका लक्ष्य आगामी छह से 12 महीनों में रेल मालवहन के क्षेत्र में उतरना है। सक्सेना ने कहा, 'आज की तारीख में अकेले एफटीएल ही 60,000 से अधिक मार्ग है। फिलहाल हम केवल 20,000 मार्गों को कवर करते हैं। 36 महीने से भी कम समय में हमारे प्लेटफॉर्म पर सभी छोटे बड़े मार्ग होंगे। हमारा विचार सड़क और रेल पर अधिक ध्यान देना है। हम इनके संयोजन पर विचार कर रहे हैं।' रेल खंड में उतरने की कंपनी की योजना भी मजबूत है। एक ओर जहां यह निजी कंपनियों और भारतीय रेल दोनों के साथ चर्चा कर रही है, कंपनी को निजी खंड में अधिक मूल्य नजर आ रहा है क्योंकि उसमें कीमत ऊपर नीचे होती रहती है। वहीं सरकारी माल अधिक नियंत्रित होता है जिससे लॉजिस्टिकनाउ की तकनीक युक्त लॉजिस्टिक्स कारोबार के लिए गुंजाइश नहीं रहेगी।
सक्सेना ने कहा, 'निजी रेल के खंड में मांग-आपूर्ति समीकरण है जो कीमत को जानने में मदद करेगी। इसलिए माल भाड़े की पारदर्शिता की बड़ी गुंजाइश है और सभी को एक एकसमान अवसर मिलेगा।' इस बीच लॉजिस्टिकनाउ लॉजिस्टिक्स और परिवहन पारितंत्र के लिए विभिन्न उत्पाद बनाने पर भी विचार कर रही है। यह लॉरी खरीद की योजना बना रही है जो पारदर्शी तरीके से सामान की खरीद की अनुमति देगा। ट्रांसपोर्टरों के लिए भीड़ से रेटिंग जुटाने वाला एक प्लेटफॉर्म भी तैयार किया जा रहा है जहां पर किराये पर लिए गए ट्रक के चालक ग्राहकों द्वारा की गई अपने ट्रक के फेरों और सेवाओं की रेटिंग को देखेंगे। इससे और अधिक विश्वसनीय सेवाओं के लिए रास्ता तैयार होगा।
सक्सेना ने कहा, 'करीब 200 परिवहन कंपनियों की पहले ही रेटिंग की जा चुकी है और उन्हें बढ़े हुए कारोबार का लाभ मिला है।' इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के समय में जब फिलहाल टीके का वितरण एक चिंता का विषय बनी हुई है, लॉजिस्टिकनाउ ने जमे हुए सामानों के परिवहन में कदम रख दिया है। कंपनी ने प्रशीतित परिवहन के लिए देश में कई मार्गों का पता लगाया है।
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