आई-प्रू लाइफ : प्रोटेक्शन प्लान से मिली मदद | हंसिनी कार्तिक / मुंबई December 27, 2020 | | | | |
ऐसा कभी कभी ही देखने को मिलता है कि जब कोई कंपनी लगातार बाजार भागीदारी में कमी दर्ज कर रही हो और तिमाही दर तिमाही उसकी वृद्घि की रफ्तार मंद पड़ रही हो और फिर भी उसके शेयर में बाजार का भरोसा मजबूत बना रहे। यहां यह कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ (आई-प्रू लाइफ) है, जो 2016 में सूचीबद्घ हुई और उद्योग में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई, लेकिन तब से यह फिसलकर तीसरे पायदान पर आ गई है। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के सर्वे में कहा गया है कि साल में अब तक प्रीमियम प्रवाह में भारी गिरावट के बावजूद (सालाना आधार पर 31 प्रतिशत की गिरावट), आई-प्रू लाइफ का शेयर 82 प्रतिशत 'खरीदें' रेटिंग में सफल रहा है।
पिछले समय में प्रतिफल के संदर्भ में दूसरे दर्जे के बाद यह शेयर 1 महीने और 3-महीने की अवधि में प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहा। इसका श्रेय जीवन बीमा कंपनी की खास बिजनेस रणनीति को जाता है जिसके तहत उसने पिछले चार वर्षों में सुरक्षा योजनाओं का दायरा बढ़ाने और यूनिट-लिंक्ड बीमा योजनाओं (यूलिप) पर अपनी निर्भर घटाने पर जोर दिया, भले ही उसने 2018 से इनमें तेजी दर्ज की है। 2016-17 में 5 प्रतिशत से भी कम की भागीदारी के साथ, ज्यादा मुनाफे वाले प्रोटेक्शन प्लान का योगदान बढ़कर जुलाई-सितंबर तिमाही में 17 प्रतिशत पर पहुंच गया, जिससे आई-प्रू लाइफ की निर्भरता भी उसके प्रतिस्पर्धियों की तरह इन सुरक्षा उत्पादों पर बढ़ी है। दूसरी तरफ, उसके कुल प्रीमियम में 75 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान देने वाले यूलिप का योगदान दूसरी तिमाही में घटकर 51 प्रतिशत रह गया।
उत्पाद मिश्रण में बड़े बदलाव ने मुनाफे की स्थिति बीमा कंपनी के लिए अनुकूल बना दी है। 2017-18 में नए बिजनेस (वीएनबी) मार्जिन की वैल्यू 16.5 प्रतिशत थी जो दूसरी तिमाही में बढ़कर 26.3 प्रतिशत पर पहुंच गई। अन्य तेजी पर्सिस्टेंसी रेशियो में देखने को मिला है। 13 महीने और 61-महीने के अनुपात 80 प्रतिशत और 60 प्रतिशत से ऊपर हैं, जो पसंदीदा उद्योग मानकों के अनुरूप हैं। वीएनबी मार्जिन इस अवधि के दौरान जारी की गईं पॉलिसी पर मुनाफे को दर्शाता है, जबकि पर्सिस्टेंसी रेशियो अपनी पॉलिसी के विभिन्न अवसरों पर ग्राहक की स्थिरता और मजबूती का संकेत देता है।
प्रोटेक्शन प्लान के पक्ष में विविधिता ने भी बैलेंस-शीट जोखिम को दूर किया है। चूंकि प्रोटेक् शन प्लान का चयन करने वाले पॉलिसीधारक लाइफ कवर पर जोर देते हैं और प्रतिफल के मकसद के पीछे नहीं भागते, जिससे बीमा कंपनी को सरकारी प्रतिभूतियों जैसी जोखिम-मुक्त योजनाओं में इन कोष को लगाने में मदद मिलती है, जो उसकी बैलेंस शीट मजबूत बनाने हैं बीमा कंपनी को बॉन्ड बाजार की अस्थिरता से बचाते हैं। यही वजह है कि जेएम फाइनैंशियल के विश्लेषकों का कहना है कि शानदार वृद्घि के बावजूद, हम रिटेल-केंद्रित पोर्टफोलियो, मजबूत वितरण नेटवर्क, उपयुक्त सॉल्वेंसी स्तर जैसी ताकतों को देखते हुए फ्रेंचाइजी को पसंद करते हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि जनवरी 2021 से, कमजोर वृद्घि के संदर्भ में बीमा कंपनी के लिए खराब समय पीछे छूट जाएगा, और इसलिए उन्होंने 2021-22 में 14 प्रतिशत की वीएनबी वृद्घि की भविष्यवाणी की है जो 2020-21 में 5 प्रतिशत की गिरावट की आशंका के विपरीत है। अपनी वित्त वर्ष 2021 की अनुमानित प्राइस-टु-एम्बेडेड वैल्यू के 2.2 गुना पर, आई-प्रू लाइफ निवेशकों के लिए किफायती विकल्प बनी हुई है।
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