इफको में गैस रिसाव, 2 की मौत | बीएस संवाददाता/भाषा / नई दिल्ली/ प्रयागराज/ लखनऊ December 23, 2020 | | | | |
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के फूलपुर में इफको की यूरिया इकाई में गैस रिसाव से सहायक प्रबंधक और उप प्रबंधक सहित दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 16 लोगों की हालत खराब है।
हादसा मंगलवार देर रात हुआ जब इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कारपोरेशन (इफको) की फूलपुर इकाई में अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा। हालांकि कंपनी ने आज बताया कि रिसाव को जल्द रोक दिया गया और कुछ ही समय में स्थिति सामान्य हो गई। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है।
मंगलवार रात इफको के पी-1 यूनिट में अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा, जिसके बाद गैस के रिसाव को रोकने के लिए वहां मौजूद अधिकारी वीपी सिंह और अभयनंदन रिसाव को रोकने पहुंचे थे। लेकिन तेजी से हो रही गैस रिसाव की वजह से वह दोनों गंभीर रुप से झुलस गए। जिसके बाद इन दोनों अफसरों को वहां मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह से बाहर निकाला।
कंपनी ने एक बयान में कहा, 'हमारे आपात प्रतिक्रिया समूह, अग्निशमन, सुरक्षा टीम और संयंत्र परिचालन करने वाले कर्मचारियों ने बहादुरी से काम किया और रिसाव को एक छोटे इलाके तक ही सीमिति किया और कुछ समय में ही स्थिति सामान्य हो गई।' कंपनी ने कहा कि कार्यकारी निदेशक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच समिति बनाई गई है जो मंगलवार रात को हुई इस घटना के कारण का पता करेगी।
इस बीच, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गैस रिसाव से कंपनी के दो अधिकारियों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश भी दिए हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश भी दिए हैं।
इफको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने कहा, 'हम कल रात करीब साढ़े दस बजे प्रयागराज के फूलपुर अमोनिया यूरिया संयंत्र में यांत्रिकी खराबी की वजह से हुई दुर्भाग्यपूर्ण पर घटना पर खेद जताते हैं। हमारे कर्मचारियों ने बहादुरी से स्थिति का सामना किया।'
6,380 करोड़ के चिटफंड धोखाधड़ी में 3 गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय ने 6,300 करोड़ रुपये से अधिक के कथित पोंजी या चिट फंड धोखाधड़ी मामले में दक्षिण भारत की एक कंपनी के 3 प्रवर्तकों को धनशोधन के आरोप में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने बुधवार को कहा कि इस मामले में विभिन्न राज्यों के लाखों निवेशकों को धोखा दिया गया। गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्ति अवा वेंकट राम राव, अवा वेंकट एस नारायण राव और अवा हेमा सुंदर वर प्रसाद हैं और तीनों एग्री गोल्ड ग्रुप के प्रवर्तक हैं। ईडी ने कहा कि इन्हें धन शोधन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को मंगलवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया और हैदराबाद की एक विशेष अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उधर शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक का बेटा विहंग सरनाइक धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुआ। यह दूसरी बार है जब विधायक का बेटा पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष पेश हुआ है। इससे पहले 10 दिसंबर को उनके पिता से भी एजेंसी ने पूछताछ की थी। उल्लेखनीय है कि 24 नवंबर को ईडी ने प्रताप सरनाइक की 10 संपत्तियों, टॉप्स ग्रुप और उसके प्रवर्तक राहुल नंदा व कुछ अन्य के मुंबई और ठाणे स्थिति संपत्तियों की तलाशी ली थी। भाषा
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