केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य के लोग बदलाव के इच्छुक हैं और वे राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार, फिरौती और बांग्लादेशी घुसपैठ से मुक्ति चाहते हैं। बांग्ला संस्कृति और साहित्य के प्रतीक रवींद्रनाथ ठाकुर से जुड़े शहर बोलपुर में आयोजित रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो वह राज्य की पुरानी प्रतिष्ठा बहाल करेगी जब इसे 'सोनार बांग्ला' कहा जाता था। शाह ने विश्व भारती के दौरे के दौरान नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें शांतिनिकेतन को सांस्कृतिक आदान-प्रदान के केंद्र में तब्दील करने का श्रेय दिया। अमित शाह ने रोड शो के दौरान कहा, 'पूरे बंगाल के लोगों में गुस्सा है, राज्य विकास के मार्ग से भटक गया है।' उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी सरकार घुसपैठ नहीं रोक सकती है क्योंकि वह अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में विश्वास करती है, केवल भाजपा ही ऐसा कर सकती है।' केंद्रीय गृह मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर हमले की भी निंदा की और कहा कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्य के उन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर बुलाने का अधिकार है, जो नड्डा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रही हैं और राज्य विकास के सभी मापदंडों पर तेजी से पिछड़ता जा रहा है। दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती हैं लेकिन बंगाल के किसानों को केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिलने की अनुमति नहीं देती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों के आंदोलन को समाप्त करवाने के लिए प्रदर्शनकारी किसानों से सोमवार या मंगलवार को मुलाकात करेंगे। बाहरी-भीतरी की बहस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में यदि भाजपा सत्ता में आती है तो कोई माटी का लाल ही मुख्यमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा, 'जब ममता कांग्रेस में थीं तो क्या उन्होंने इंदिरा गांधी को बाहरी कहा था? क्या उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहराव के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया था? क्या वह ऐसा देश बनाने की कोशिश कर रही हैं, जहां एक राज्य की जनता को दूसरे राज्यों में आने की अनुमति नहीं है?
