नवंबर में पाम ऑयल का आयात 8 प्रतिशत घटा | रॉयटर्स / मुंबई December 16, 2020 | | | | |
भारत का पाम ऑयल आयात नवंबर महीने में 8 प्रतिशत कम हुआ है, जो पांच महीने का निचला स्तर है। एक प्रमुख कारोबार संगठन ने कहा कि सोया तेल कीमतें रिफाइनरों के लिए ज्यादा आकर्षक हो जाने की वजह से ऐसा हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया ने एक बयान में कहा कि नवंबर महीने में देश में 6,18,468 टन पाम ऑयल का आयात हुआ, जो पिछले साल के समान महीने में हुए 6,72,363 टन की तुलना में कम है।
एक वैश्विक ट्रेडिंग फर्म से जुड़े मुंबई के एक डीलर ने कहा, 'पिछले महीने में पाम ऑयल और सोया ऑयल के बीच अंतर कम हुआ है। इसकी वजह से रिफाइनरों के लिए सोया तेल का आयात ज्यादा लाभदायक हो गया है।'
भारत मेंं सोया ऑयल का आयात 52 प्रतिशत बढ़कर 2,50,784 टन हो गया है, जबकि सूरजमुखी तेल का आयात 19 प्रतिशत गिरकर 2,14,077 टन रहा है।
भारत इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम ऑयल का आयात करता है और सोया और सूरजमुखी जैसे अन्य तेलों का आयात अर्जेंटीना, ब्राजील, यूक्रेन और रूस से किया जाता है।
नवंबर के आखिर में भारत ने कच्चे पाम तेल के आयात पर कर 37.5 प्रतिशत से घटाकर 27.5 प्रतिशत कर दिया, लेकिन सॉफ्ट ऑयल जैसे कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर शुल्क 35 प्रतिशत बरकरार रखा है।
एसईए ने कहा, 'कच्चे पाम तेल के आयात पर शुल्क कम किए जाने से आने वाले महीनों में पाम ऑयल का आयात बढ़ सकता है और सॉफ्ट ऑयल का आयात कम हो सकता है।'
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