एफपीआई निवेश में वित्तीय शेयरों का बड़ा योगदान | सुंदर सेतुरामन और समी मोडक / तिरुवनंतपुरम/मुंबई December 07, 2020 | | | | |
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के दौरान घरेलू शेयरों में 8.1 अरब डॉलर का निवेश किया, जो किसी एक महीने के लिए रिकॉर्ड है। ब्रोकरेज फर्म एडलवाइस सिक्योरिटीज द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चला है कि इसमें से करीब 50 प्रतिशत निवेश बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में गया। निवेश बढऩे से वित्तीय क्षेत्र ने बाजार के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया। बैंक निफ्टी सूचकांक 24 प्रतिशत मजबूत हुआ, जो नवंबर में निफ्टी-50 सूचकांक द्वारा दर्ज की गई तेजी का दोगुना है। वित्तीय क्षेत्र में निवेश प्रवाह अन्य 9 क्षेत्रों में संयुक्त प्रवाह के लगभग समान था। विश्लेषकों का कहना है कि बैंकिंग क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है और अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार की उम्मीदों से इस क्षेत्र में ताजा खरीदारी को बढ़ावा मिला है।
एवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रेटेजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, 'बैंकिंग उन क्षेत्रों में से एक है जो अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बाजार मार्च 2009 में अपने निचले स्तरों पर पहुंच गए थे। उसके बाद बाजार में सुधार को बैंकिंग, उद्योग, ऊर्जा और कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी से मदद मिली थी। इसलिए यह सोचने की कोई वजह नहीं है कि वह पैटर्न अब नहीं दोहराएगा।'
बाजार की ताजा तेजी में बैंकिंग सेक्टर का प्रमुख योगदान रहा है। ताजा सप्ताहों में आई तेजी ने इस क्षेत्र की लोकप्रियता बढ़ाई है। रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख (संस्थागत व्यवसाय) अर्जुन यश महाजन ने कहा, 'आकर्षक मूल्यांकन और बैंकिंग क्षेत्र में एफपीआई प्रवाह में सुधार से संपूर्ण बाजार की तेजी को बढ़ावा मिला है। वैश्विक तरलता, नकारात्मक ब्याज दरें, और अन्य परिसंपत्तियों पर स्पष्टता के अभाव से इक्विटी बाजार कुछ समय तक आकर्षक रहेंगे। इक्विटी के बजाय अन्य परिसंपत्तियों में पूंजी प्रवाह के लिए आकर्षण फिर से रियल एस्टेट की ओर लौटा है। इसके अलावा, जब ब्याज दरें फिर से बढ़ेंगी, बैंक सावधि जमाएं फिर से निवेश का विकल्प बन सकती हैं।'
खरीदारी रुझानों से से पता चलता है कि वित्तीय शेयर फिर से वैश्विक निवेशकों के रडार पर हैं, क्योंकि पिछले 11 महीनों से वित्तीय शेयरों में एफपीआई निवेश नकारात्मक दायरे में था। येस सिक्योरिटीज के प्रमुख विश्लेषक राजीव मेहता ने कहा, 'बैंकिंग शेयरों में कोविड-19 के बाद बड़ी तादाद में एफपीआई निकासी दर्ज की गई थी।
|