धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं दिल्ली मेट्रो में यात्री | मेघा मनचंदा / नई दिल्ली December 06, 2020 | | | | |
पांच महीने लगातार बंद रहने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल की सेवाएं शुरू हुए करीब 3 महीने हो चुके हैं। अब मेट्रो में प्रतिदिन यात्रा करने वालों की संख्या कोरोना के पहले के 60 लाख की तुलना में एक चौथाई पहुंच चुकी है। 30 नवंबर को इस सार्वजनिक परिवहन सेवा से 13 लाख लोगों ने यात्रा की। इसे सेवा शुरू होने की तिथि की तुलना में उल्लेखनीय सुधार माना जा सकता है, लेकिन अभी दिल्ली मेट्रो से लॉकडाउन से जुड़े प्रतिबंध लागू होने के पहले रोजाना 60 लाख यात्रा करने वालों की तुलना में यह संख्या महज 22 प्रतिशत है।
कोरोना की बंदी के बाद 7 सितंबर से मेट्रो सेवा फिर से शुरू की गई थी, जिसमें यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन अभी रोजाना यात्रा करने वालों की औसत संख्या कोविड के पहले की तुलना में बहुत कम है। केंद्र सरकार के अनलॉक 4 दिशानिर्देशों के बाद दिल्ली मेट्रो सेवाएं शुरू की गई थीं। कुछ मेट्रो लाइनों के साथ सेवाएं शुरू करने के बाद चरणबद्ध तरीके से सेवाएं बहाल की गईं और 12 सितंबर को यात्रियों के लिए 400 किलोमीटर का पूरा मेट्रो नेटवर्क खोल दिया गया।
तमाम यात्रियों ने मेट्रो से यात्रा शुरू कर दी, जो पहले बस सेवा या टैक्सी सेवा के अलावा निजी साधनों से रोजाना यात्रा कर रहे थे। सेवाएं शुरू होने के पहले कुछ घंटों में महज 8,300 यात्रियों ने यात्रा की, लेकिन परिचालन शुरू होने के एक सप्ताह के भीतर यात्रियों की संख्या 2,49,884 तक पहुंच गई। डीएमआरसी के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सितंबर महीने में प्रतिदिन औसतन 6,19,242 यात्रियों ने यात्रा की। अक्टूबर महीने में रोजाना यात्रा करने वालों की औसत संख्या 12.2 लाख पहुंच गई और नवंबर में यह संख्या बढ़कर 13.3 लाख हो गई।
दिल्ली मेट्रो के अलावा हैदराबाद मेट्रो सहित निजी क्षेत्र द्वारा संचालित कुछ अन्य मेट्रो ने भी 7 सितंबर से सेवाएं बहाल की थी। इसमें पहले दिन 19,000 यात्रियों ने यात्रा की और धीरे धीरे यह संख्या बढ़कर तीसरे दिन 31,000 यात्री तक पहुंच गई। सूत्रों के मुताबिक हैदराबाद मेट्रो में पिछले सोमवार को करीब 45,000 यात्रियों ने यात्रा की थी। 169 दिनों की बंदी में डीएमआरसी को 1,690 करोड़ रुपये नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से डीएमआरसी को लागत घटाने के कदम उठाने पड़े जिनमें कर्मचारियों के भत्ते रोकना शामिल है। टिकटों के अलावा मेट्रो को विज्ञापन व स्टेशनों पर खुदरा दुकानों के किराये से कमाई होती है। बंदी के दौरान इन मदों से भी कमाई नहीं हुई। कोरोनावायरस के प्रसार के भय से डीएमआरसी ने 22 मार्च को सेवाएं बंद कर दी थी। बंदी के दौरान रोजाना करीब 10 करोड़ रुपये नुकसान हुआ। इसके अलावा डीएमआरसी पर जापान इंटरनैशनल कोऑपरेशन एजेंसी से मिले धन के किस्तों का भी भुगतान करना पड़ रहा है।
आगरा मेट्रो का शिलान्यास आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को आगरा मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास करेंगे। आगरा मेट्रो का पहला चरण 2022 तक पूरा किए जाने की योजना है। कानपुर मेट्रो का भी काम अगले साल तक पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तैयारी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कानपुर में मेट्रो का संचालन शुरू कर देने की है। अधिकारियों के मुताबिक आगरा मेट्रो रेल परियोजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को वर्चुअल शिलान्यास करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम से जुड़ेंगे। आवास विभाग एवं आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रमुख सचिव आवास एवं नियोजन दीपक कुमार ने बताया कि डीपीआर के मुताबिक आगरा में मेट्रो का पहला कॉरिडोर ताज पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक तैयार होगा।
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