वैल्यू थीम की लोकप्रियता में हो रहा इजाफा | यश उपाध्याय और सुंदर सेतुरामन / मुंबई/तिरुवनंतपुरम December 06, 2020 | | | | |
बाजार में प्रमुख अंतर पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले 2020 में दर्ज किया गया ऊंचा स्तर है जो व्यापक आधार वाली तेजी है। महामारी की वजह से प्रभावित होने से पहले पूरी तरह मजबूत चमक बना चुके क्षेत्रों ने अच्छा सुधार दर्ज किया है। आकर्षक मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे धातु शेयरों, पीएसयू बैंकों, रियल्टी फर्मों, और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों जैसे क्षेत्रों में हाल के महीनों में निवेशकों की दिनचस्पी बढ़ी है। हाल के समय में आईटी और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों का खर्च बढ़ा है।
इसी तरह का रुझान वैश्विक रूप से देखा गया है। पूरे देश की वैल्यू को दर्शाने वाले सूचकांक एमएससीआई ने पिछले महीने अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले 5 प्रतिशत तक का बेहतर प्रदर्शन किया, जो करीब दो दशकों में सर्वाधिक है। सुंदरम म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सुनील सुब्रमण्यम ने कहा, 'हम मौजूदा समय में जो बदलाव देख रहे हैं, वह अच्छी वृद्घि की संभावना वाले शेयरों में आ रहा सुधार है। बाजार ऐसे शेयरों पर ध्यान दे रहा है जिनमें अच्छी विकास संभावना है और जो उचित मूल्यांकन पर उपलब्ध हैं।' वैल्यू पैक में मुख्य रूप से शामिल एक ऐसा क्षेत्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनियां हैं, जिसमें निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है।
पिछले महीने, निफ्टी पीएसई सूचकांक 20 प्रतिशत चढ़ा, जो निफ्टी की तेजी के मुकाबले दोगुना से ज्यादा है। हालांकि ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनैंशियल ने निवेशकों को इन कंपनियों में निवेश करते वक्त 'शेयर-केंद्रित' दृष्टिïकोण अपनाने की सलाह दी है। उनका मानना है कि सूचीबद्घ कंपनियों में, एनटीपीसी शेयर को हरित ऊर्जा में तब्दील होने की प्रक्रिया, पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक चिंताएं दूर होने से आय वितरण संबंधी लाभ मिला है। इसके अलावा गेल और एचपीसीएल जैसे शेयरों ने वैल्यू की पेशकश की है, क्योंकि उन्होंने अपने वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले गिरावट पर कारोबार किया है। उनका कहना है कि एसबीआई ऐसा शेयर है जो घरेलू आर्थिक राह में संभावित सुधार पर केंद्रित है। इसके अलावा, एसबीआई में दबाव का स्तर भी काफी कम है और फंसे कर्ज में वृद्घि प्रबंधन योग्य है।
वैल्यू शेयरों में सुधार की वजह से इसे लेकर चर्चा शुरू हुई है कि क्या निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में ऐसे शेयरों पर ध्यान देना चाहिए जो अपने ऐतिहासिक मूल्यांकन के मुकाबले गिरावट पर हैं। वैल्यू शेयरों में आकर्षण बना हुआ है और इनमें प्रदर्शन अच्छा रहा है, क्योंकि कोविड-19 महामारी से संबंधित चिंताएं घटी हैं और टीके को लेकर सकारात्मक चर्चाएं हो रही हैं। ऐसे में विश्लेषक निवेशकों को दो थीमों में संतुलन बनाने की सलाह दे रहे हैं।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के मुख्य निवेश अधिकारी नवीन कुलकर्णी के अनुसार, दोनों का समावेश फायदेमंद स्थिति है। वह कहते हैं, 'भले ही भारतीय इक्विटी बाजार सर्वाधिक ऊंचे स्तरों पर कारोबार कर रहे हैं, वे लगातार कई ऑफरों की पेशकश करेंगे। धातु, बैंक, एनबीएफसी जैसे वैल्यू दांव ने आकर्षक प्रतिफल देना शुरू कर दिया है।' इसके अलावा, डिस्क्रेशनरी खपत, रिटेल और ऑटो जैसे क्षेत्रों में स्मॉल-कैप और मिड-कैप श्रेणी के शेयरों ने अच्छा प्रतिफल दिया है। वह कहते हैं, 'बाजार दोनों थीमों को पसंद कर रहा है। इसलिए इन दो थीमों का समावेश शानदार प्रतिफल देता रहेगा।'
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