देश की सबसे पुरानी इस्पात उत्पादक टाटा स्टील मौजूदा समय में अपने नीदरलैंड व्यवसाय की बिक्री के लिए एसएसएबी स्वीडन के साथ बातचीत कर रही है और यह बातचीत दिसंबर के अंत तक पूरी हो जाने की संभावना है। टाटा स्टील के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी कौशिक चटर्जी ने आज पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा, 'हमारा मौजूदा प्रस्ताव नीदरलैंड व्यवसाय से पूरी तरह बाहर निकलने और इससे प्राप्त रकम का इस्तेमाल बैलेंस शीट को कर्जमुक्त बनाने के लिए है। फिलहाल इस व्यवसाय में हिस्सेदारी बनाए रखने की कोई योजना नहीं है, लेकिन ऐसे सौदे सामान्य तौर पर आपसी बातचीत और बाध्यकारी समझौते से जुड़े होते हैं।' टाटा स्टील का शेयर दिन के कारोबार में 530.80 रुपये पर पहुंच गया था और आखिर में 522.80 रुपये के साथ 18 महीने की ऊंचाई पर बंद हुआ, जो बीएसई पर पूर्ववर्ती स्तर से 6.24 प्रतिशत की वृद्घि है। कंपनी ने दूसरी तिमाही के लिए 6,217 करोड़ रुपये का एबिटा दर्ज किया है जो सालाना आधार पर 60 प्रतिशत तक ज्यादा है। इस बीच कंपनी नीदरलैंड और ब्रिटिश व्यवसाय के लिए अलग रूपरेखाएं बना रही है। 30 सितंबर, 2020 को टाटा स्टील का समेकित ऋण 96,495 करोड़ रुपये पर था। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी टी वी नरेंद्रन ने कहा, 'नीदरलैंड व्यवसाय से ज्यादा कर्ज जुड़ा हुआ नहीं है, लेकिन यूरोपीय परिचालन कुल मिलाकर 1.7 अरब यूरोप के कर्ज से जुड़ा हुआ है। यह सौदा किस तरह से पूरा होगा, इस आधार पर हम प्राप्त रकम से कर्ज घटाने की कोशिश करेंगे, लेकिन इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि इससे कितना कर्ज घटाने में मदद मिल सकेगी।'नीलाचल इस्पात में टाटा स्टील की दिलचस्पी टाटा स्टील ने मंगलवार को ओडिशा के नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) की परिसंपत्तियां अधिग्रहीत करने में रुचि दिखाई। एनआईएनएल चार केंद्रीय लोक उपक्रमों और ओडिशा सरकार की दो कंपनियों का एक संयुक्त उपक्रम है। इसमें केंद्रीय लोक उपक्रम एमएमटीसी, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी), भारत हेवी इलेक्ट्रिल्स कल्स लिमिटेड (बीएचईएल) और मीकॉन एवं ओडिशा सरकार की आईपीआईसीओएल और ओडिशा खनन निगम (ओएमसी) शामिल हैं। जनवरी 2020 में केंद्र सरकार ने एनआईएनएल के रणनीतिक विनिवेश को मंजूरी दे दी। टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन कहा, 'एनआईएनएल संयंत्र ऐसा संयंत्र है जिसे हम लेना चाहेंगे जब भी वह उपलब्घ होगा। यह हमारे निदेशक मंडल की बैठक में होने वाले निर्णय पर निर्भर करेगा।' हालांकि उन्होंने इसकी ज्यादा विस्तृत जानकारी नहीं दी। भाषा
