नोएडा के एक बड़े मॉल में रिलायंस डिजिटल और क्रोमा के स्टोर में लॉकडाउन खुलने के बाद से ग्राहकों की आमद हल्की ही थी। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चलने वाली सालाना सेल भी उनके ग्राहक खींच रही थीं। मगर नवरात्र और फिर धनतेरस से पहले एकाएक ऐसी भीड़ आने लगी कि सारे शिकवे दूर हो गए। स्मार्ट टीवी हो, फ्रिज हो, लैपटॉप हो या एयर प्यूरीफायर हों, कमोबेश हरेक उपकरण के खरीदार स्टोर में पहुंचे। दिल्ली-एनसीआर के कमोबेश सभी मॉल्स में बड़े स्टोर इस बार बिक्री से खुश नजर आए। उनके अलावा बाजारों में भी कंज्यूमर ड्यूरेबल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के दुकानदारों को बिक्री में उछाल से राहत मिली। ज्यादातर कारोबारियों ने दीवाली के दौरान बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 10-12 फीसदी तक इजाफे की बात कही। दीवाली पर हर साल जो उपकरण बिकते थे, उनकी फेहरिस्त में कुछ नए उपकरण भी इस बार जुड़ गए। प्रदूषण और कोरोना महामारी के कारण चल रहे एहतियात ने इस सूची को बड़ा किया। ऐसे उपकरणों की एक बड़ी रिटेल शृंखला के पूर्वी दिल्ली स्थित डीलर ने बताया, 'टीवी, फ्रिज, वाटर प्यूरीफायर, लैपटॉप जैसे उपकरण तो हर साल बिकते थे मगर इस बार एयर प्यूरीफायर और वैक्यूम क्लीनर की भी अच्छी खासी मांग रही।' प्रदूषण के डर से एयर प्यूरीफायर कुछ ज्यादा ही मांग में रहे, इसीलिए बड़े रिटेल स्टोरों पर बड़ी तादाद में इनकी बिक्री हुई। प्रमुख कंपनियां भी दीवाली की बिक्री से खुश रहीं। गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा कि इस बार दीवाली पर मांग अच्छी रही। उन्होंने कहा, 'दीवाली वाले पखवाड़े की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले इस बार 10-12 फीसदी अधिक बिक्री हुई है।' नंदी कंज्यूमर ड्यूरेबल उपकरण निर्माताओं के संगठन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेज मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद रहने पर जो लोग उपकरण नहीं खरीद पाए थे, उन्होंने खरीद त्योहारों के लिए टाल दी थी। ऐसे लोग अब बाजार पहुंच गए। शहरों में कई लोग अभी तक घर में काम करने के लिए किसी को नहीं बुला रहे हैं। खुद काम करने के लिए जरूरी उपकरणों की खरीद भी इसीलिए बढ़ी। बिक्री बढऩे की एक वजह यह भी रही कि इस बार उपकरणों की कीमतों में इजाफा नहीं हुआ। नंदी ने कहा कि आगे कीमत बढऩे के खटके से ग्राहकों ने त्योहार पर ही खरीद कर ली। उन्होंने कहा, 'जिंसों की कीमतें बढ़ रही हैं, इसलिए दिसंबर में उपकरण महंगे हो सकते हैं। आपूर्ति घट रही है, जिससे कीमतें बढ़ सकती हैं।' कंज्यूमर उत्पादों के डीलरों की दीवाली को बैंकों और फाइनैंस कंपनियों ने भी सहारा दिया। खास तौर पर बरेली, मुरादाबाद जैसे शहरों में इनका अच्छा असर देखा गया। बरेली में सिविल लाइंस स्थित एक बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर में सेल्स प्रबंधक अतुल गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों के पास क्रेडिट कार्ड नहीं होते, उनके लिए बजाज फाइनैंस जैसी कंपनियां बड़ा सहारा होती हैं। उन्होंने बताया कि शहर और आसपास के कस्बों से ऐसे कई ग्राहक आए, जिन्होंने कागजी खानापूरी के बाद महंगे उत्पाद भी खरीदे। उन्होंने बताया कि छोटे शहरों में भी स्मार्ट टीवी और मनोरंजन के दूसरे उपकरणों का जोर बढ़ रहा है, जो इस बार दीवाली पर भी नजर आया। उनके स्टोर से 49 इंच या बड़ी स्क्रीन वाले स्मार्ट टीवी, साउंड सिस्टम, हेडफोन की अच्छी बिकी हुई। इनमें किफायती ब्रांड ज्यादा बिके। किफायती दाम वाले थॉमसन और कोडक जैसे ब्रांड के टीवी छोटे शहरों और कस्बों में ज्यादा बिकते हैं। दोनों की ब्रांड लाइसेंसधारक सुपरप्लास्ट्रॉनिक्स के मुख्य कार्य अधिकारी अवनीत सिंह मारवाह ने बताया, 'इस दीवाली पर पिछले साल के मुकाबले 75 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई। ऑनलाइन बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाले तीन स्मार्ट टीवी ब्रांड हमारे ही पास हैं। 43 इंच और 55 इंच के 4के टीवी की मांग कुछ ज्यादा रही क्योंकि ग्राहक बड़ी स्क्रीन पसंद कर रहे हैं।' हालांकि ऑनलाइन की चुनौती के बीच छोटे शहरों ही नहीं महानगरों में भी ऑफलाइन बिक्री अच्छी रही। क्रोमा जैसे संगठित रिटेलरों का कारोबार अच्छा गया। क्रोमा के मुख्य विपणन अधिकारी ऋतेश घोषाल ने कहा, 'अगस्त से हमारी बिक्री बढऩी शुरू हो गई थी और दीवाली में भी रफ्तार बनी रही। धनतेरस तक हमारी बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 18 फीसदी इजाफा रहा।' शादी-ब्याह में तोहफों के तौर पर इस्तेमाल होने वाले रसोई के छोटे उपकरणों की मांग तो इतनी ज्यादा रही कि स्टॉक ही खत्म हो गया। बजाज इलेक्ट्रिकल्स के चेयरमैन शेखर बजाज ने बताया, 'हमारे पास तो स्टॉक ही नहीं बचा। पिछले दो महीनों में मांग चरम पर रही। दीवाली में भी अवन, टोस्टर, ग्रिलर, इंडक्शन कुकर और मिक्सर-ग्राइंडर जैसे उपकरण बहुत बिके क्योंकि ज्यादातर लोग घर में ही पका रहे हैं।' (नई दिल्ली से ऋषभ कृष्ण सक्सेना और अर्णव दत्ता, मुंबई से विवेट सुजन पिंटो)
