वैसे तो सोना हमेशा ही उपहार का पसंदीदा और पारंपरिक विकल्प रहा है, लेकिन इस बार की दीवाली अलग है। वैश्विक महामारी ने ग्राहकों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है, जेबें ढीली हो चुकी हैं और सोना प्रति ग्राम 50,000 रुपये से ऊपर चल रहा है। दीवाली के समय आपको ऐसी परिसंपत्ति में निवेश करना चाहिए या उपहार में देनी चाहिए जिसके मूल्य में इजाफा हो रहा है। महिलाओं के लिए वित्तीय नियोजन वाले प्लेटफॉर्म आनंद राठी इनवेस्टमेंट सर्विसेज द्वारा समर्थित लक्ष्मी की संस्थापक प्रीति राठी गुप्ता कहती हैं कि सोना या चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए अधिक दामों के बावजूद अब भी कई लोग उपहार में सोना देंगे। आजकल आप ई-टेलर्स, ब्रांडेड जौहरियों और बैंकों के माध्यम से ऑनलाइन भौतिक सोना खरीद सकते हैं। एमेजॉन का धनतेरस स्टोर अशरफी और गिन्नी तथा उत्सव के आभूषणों आदि की पेशकश कर रहा है। आप जॉयअलुक्कास, मलाबार, पीसी चंद्रा, तनिष्क द्वारा मिआ और अन्य कई ब्रांडों से सिक्के तथा आभूषण भी खरीद सकते हैं। अशरफियों पर 20 प्रतिशत तक की छूट मिल रही है। तनिष्क गहनों की बनाई पर 25 प्रतिशत तक की छूट दे रही है। जॉयअलुक्कास 50,000 रुपये और इससे अधिक मूल्य वाले सोने के आभूषणों की खरीद पर 200 मिलीग्राम की अशरफी मुफ्त दे रही है। हालांकि बैंक भौतिक रूप से अशरफियों की भी बिक्री करते हैं, लेकिन विशेषज्ञ उनसे खरीदारी करने की सलाह नहीं देते हैं, क्योंकि जब आप इन्हें बेचना चाहते हैं, तो वे इन्हें वापस नहीं खरीदते हैं। विक्रेताओं से मिलने वाली छूट लेते समय आप भारतीय स्टेट बैंक के क्रेडिट कार्ड के जरिये खरीदारी करके 10 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट प्राप्त कर सकते हैं। एसबीआई काड्र्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अश्विनी कुमार तिवारी कहते हैं कि इस साल हमने 2,000 से अधिक शहरों में दुकानों और ऑनलाइन के जरिये राष्ट्रीय और स्थानीय व्यापारियों के साथ 1,000 से अधिक पेशकश की हैं। यह छूट 10 से 13 नवंबर तक अधिकतम 10 प्रतिशत या कार्ड मूल्य पर 1,500 रुपये तक की राशि के लिए उपलब्ध है। एक अन्य विकल्प डिजिटल सोने की खरीदारी है जिसे पेटीएम जैसे मोबाइल वॉलेट द्वारा बेचा जाता है। हालांकि भौतिक सोने और वितरण शुल्क के लिए आपको अतिरिक्त भुगतान करना होता है। फिनसेफ इंडिया के संस्थापक निदेशक एम. अग्रवाल कहते हैं कि मैं ऐप के जरिये डिजिटल सोना खरीदने की सलाह नहीं देता हूं, क्योंकि वे विनियमित नहीं हैं। अगर आप निवेश के लिए यह पीली धातु खरीद रहे हैं, तो इलेक्ट्रॉनिक सोने का विकल्प भी चुना जा सकता है। राठी गुप्ता का कहना है कि सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) से न केवल कर लाभ मिलता है, बल्कि हर साल 2.5 प्रतिशत का प्रतिफल भी मिलता है। यह पसंदीदा विकल्प होना चाहिए, बशर्ते अगर आप आठ साल के लिए पैसा लॉक करने के लिए तैयार हों। एसजीबी के नवीनतम भाग का निर्गम मूल्य 5,177 रुपये प्रति ग्राम है। एसजीबी को उपहार में भी दिया जा सकता है। उपहार में देने के लिए इन विकल्पों की कीमत की तुलना कर लीजिए और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए केवल प्रतिष्ठित विके्रताओं से ही खरीदारी करें। अंत में, सोने के कराधान के संबंध में बात करें, तो अपने रक्त संबंधियों से उपहार के रूप में सोना प्राप्त करने पर प्राप्तकर्ता को कोई कर नहीं देना पड़ता है, लेकिन जब आप इसे बेचते हैं, तो इससे लाभ होने पर पूंजीगत लाभ कर का भुगतान करना होता है।
