तंबाकू कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया की मंगलवार को होने वाली बोर्ड बैठक में स्वतंत्र निदेशकों की एक महत्त्वपूर्ण रिपोर्ट पर चर्चा होने की उम्मीद है। यह ऐसे समय में होने जा रहा है जब बोर्ड के एक निदेशक रुचिर मोदी ने अपने रिश्तेदारों पर कुप्रबंधन के गंभीर आरोप लगाए हैं। मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर कंपनी मामलों के मंत्रालय से शिकायत की है। इसमें उनकी दादी बीना मोदी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति भी शामिल है जिसे उन्होंने वैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन कहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि बोर्ड सेबी नियमों के तहत आवश्यक खुलासा करने में भी विफल रहा है। रुचिर मोदी ललित मोदी के पुत्र हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग के प्रणेता और इंग्लैंड में भगोड़े होने के कारण सुर्खियों में थे। वर्ष 2019 के अंत में अपने पिता केके मोदी की मृत्यु के बाद ललित मोदी ने अपनी मां बीना, भाई समीर और बहन चारु को साथ ले लिया। ललित मोदी ने आरोप लगाया है कि उनकी मां कारोबार चलाने में सक्षम नहीं थी। उन्होंने कहा कि केके मोदी के ट्रस्ट ने यह निर्धारित किया कि कारोबार को जारी रखने पर परिवार के सदस्यों के बीच एकमत नहीं होने की स्थिति में समूह की प्रमुख कंपनियों के शेयरों को बेचा जाएगा जिसमें गॉडफ्रे फिलिप्स शामिल है। हालांकि बीना मोदी के नेतृत्व में परिवार के अन्य लोगों ने इस कदम का विरोध किया। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को आयोजित बोर्ड बैठक में कंपनी के तिमाही वित्तीय नतीजों की घोषणा की जाएगी लेकिन इससे पहले सदस्यों के बीच स्वतंत्र निदेशकों की रिपोर्ट को प्रसारित नहीं किया गया है। एक निदेशक ने कहा कि पहले उम्मीद की जा रही थी कि वह रिपोर्ट 13 नवंबर को प्रसारित की जाएगी लेकिन एक अन्य घटनाक्रम के तहत कुछ सदस्यों द्वारा बोर्ड के पुनर्गठन का प्रयास किया गया। गॉडफे्र फिलिप्स के नौ सदस्यीय बोर्ड में चार स्वतंत्र निदेशक हैं जिनमें ललित भसीन, अनूप एन कोठारी, अतुल कुमार गुप्ता और निर्मल बागड़ी शामिल हैं। आरए शाह कंपनी के चेयरमैन हैं जबकि रुचिर मोदी एक गैर-कार्यकारी एवं गैर-स्वतंत्र निदेशक हैं। बीना मोदी और ललित के छोटे भाई समीर कार्यकारी निदेशक हैं। इस बाबत जानकारी के लिए गॉडफ्रे फिलिप्स और समीर मोदी को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। रुचिर मोदी ने भी सेबी को एक पत्र लिखा है जिसमें सूचीबद्धता संबंधी विभिन्न नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रबंध निदेशक के रूम में बीना मोदी की नियुक्ति को बरकरार रखा गया है जबकि तथ्य यह है कि उनकी नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव को शेयरधारकों द्वारा खारित कर दिया गया था। उन्होंने यह भी शिकायत की है कि जिस ट्रस्ट डीड के माध्यम से गॉडफ्रे फिलिप्स की हिस्सेदारी पर परिवार का नियंत्रण है उसके बारे में स्टॉक एक्सचेंज या शेयरधारकों को कभी खुलासा नहीं किया गया जबकि यह एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी है। तंबाकू कारोबार के अलावा कंपनी 24सेवन ब्रांड के तहत एक खुदरा कारोबार का भी संचालन करती है। इसमें समीर मोदी के नेतृत्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। केके मोदी का साम्राज्य करीब 10,000 करोड़ रुपये का है जिसमें 350 करोड़ रुपये की एक कॉस्मेटिक कंपनी कलरबार, डायरेक्ट मार्केटिंग कंपनी मोदीकेयर और रसायन कंपनी इंडोफिल इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
