वाहन डीलरों का कहना है कि खुदरा और थोक बिक्री के आंकड़ों में विरोधाभास है। दोनों के आंकड़ों में खासा अंतर है और इससे संदेह खड़ा होता है कि वाकई कार और दोपहियों की बिक्री में खासा सुधार हुआ है। भारत में वाहनों की बिक्री देश की अर्थव्यवस्था का पैमाना माना जाता है। वाहन विनिर्माताओं द्वारा रिकॉर्ड बिक्री से उम्मीद जगी कि त्योहारी मौसम में ग्राहकों की मांग बढ़ी है, जो लॉकडाउन के दौरान खत्म सी हो गई थी। लेकिन डीलरों के आंकड़े इससे उलट हैं। वाहन डीलरों का संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने कहा कि अक्टूबर 2020 में वाहनों के कुल पंजीकरण में 23.99 फीसदी की कमी आई है। इस दौरान देश भर में 14,13,549 वाहनों का पंजीकरण हुआ जबकि अक्टूबर 2019 में 18,59,709 वाहनों का पंजीकरण कराया गया था। वाहन कंपनियां फैक्टरी से डीलरों के पास भेजे जाने वाले वाहनों को बिक्री का आंकड़ा बताती हैं लेकिन दुनिया के अन्य देशों में खुदरा बिक्री के आंकडे जारी किए जाते हैं। इसकी वजह से विनिर्माताओं की आपूर्ति बढ़ती दिखती है लेकिन ग्राहकों की मांग नहीं होने से डीलरों के पास वाहनों का अंबार लगा होता है। हालांकि वाहन कंपनियों के अधिकारी इन आंकड़ों से सहमत नहीं हैं। उनका कहना हक्ै कि देश भर में डीलरों से सटीक आंकड़े जुटाना कठिन है। फाडा ने सड़क मंत्रालय के पोर्टल वाहन से आंकड़े लिए हैं जहां देश भर से नए वाहनों के पंजीकरण के आंकड़े अपलोड किए जाते हैं। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सेल्स एवं सर्विस नवीन सोनी ने कहा, 'खुदरा बिक्री की क्या परिभाषा है? क्या यह है कि जब वाहन की बिक्री की जाती है और उसका पंजीकरण कराया जाता है या जब वाहन को नया पंजीकरण नंबर मिलते हैं। हम जिस आंकड़े का उपयोग कर रहे हैं उसके बारे में अडिग हैं।' टोयोटा का कहना है कि डीलरों की मांग के हिसाब से वाहनों की आपूर्ति करती है। फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, 'हम महीनों से कह रहे हैं कि डीलरों के पास वास्तविक बिक्री की स्थिति ठीक नहीं है। इसमें कोई शक नहीं कि त्योहारों में बिक्री थोड़ी बढ़ी है लेकिन पिछले साल से इसकी तुलना नहीं की जा सकती है।' कई वाहन कंपनियों ने अक्टूबर में रिकॉर्ड बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। मारुति सुजूकी ने 18 फीसदी और हीरो मोटोकॉर्प ने 34 फीसदी बिक्री बढऩे की बात कही है। लेकिन फाडा के अनुसार यात्री वाहनों की बिक्री 9 फीसदी घटकर 2,49,860 वाहनों की रही। दोपहिया की बिक्री अक्टूबर में 27 फीसदी कम रही है। फाडा ने कहा कि अक्टूबर में 10,41,682 दोपहिया की बिक्री हुई जबकि पिछले साल अक्टूबर में 14,23,394 दोपहिया की बिक्री हुई थी। लॉकडाउन के बाद कंपनियों ने बड़े पैमाने पर अपना उत्पादन बढ़ाया है। त्योहारों के दौरान मांग बढऩे की उम्मीद में भी उत्पादन बढ़ाया गया है। हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि नवरात्र के दौरान खुदरा बिक्री पिछले साल के 96 फीसदी के बराबर रही और कंपनी ने मांग पूरी करने के लिए इन 10 दिनों में हर दिन 30,000 वाहनों का उत्पादन किया। बजाज ऑटो के चेयरमैन राजीव बजाज ने कहा कि त्योहारों के दौरान मांग में थोड़ा सुधार हुआ है। बाजार के सूत्रों का कहना है कि शीर्ष दोपहिया विनिर्माताओं के पास करीब 60 दिन की इन्वेंट्री है।
