कोयले के वाणिज्यिक खनन और बिक्री के लिए कोयला खदानों की नीलामी सोमवार से शुरू होने जा रही है। इसके तहत 19 खदानों की ई-नीलामी होगी। नीलामी प्रक्रिया का यह दूसरा और अंतिम दौर होगा, जब दिलचस्पी लेने वाले बोलीकर्ता अपनी वित्तीय बोली एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पेश करेंगे। यह पहला मौका है जब भारत निजी कंपनियों को कोयले की वाणिज्यिक बिक्री के लिए कोयले की खदानें दे रहा है। अपनी विभिन्न कंपनियों के साथ अदाणी इंटरप्राइजेज, हिंडालको, जिंदल पावर, जेएसडब्ल्यू स्टील, वेदांता लिमिटेड और वेलस्पन स्टील लिमिटेड इन खदानों को हासिल करने की दौड़ में शामिल हैं। इस नीलामी में तमाम गैर कोयला कंपनियां, मझोले उद्यम और राज्य सरकार की खनन कंपनियां भी शामिल हो रही हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि तकनीकी रूप से पात्र बोलीकर्ताओं की घोषणा सोमवार को बोली के दो घंटे पहले की जाएगी। सरकारी कंपनी एमएसटीटी लिमिटेड के ई-कॉमर्स पोर्टल पर ई-नीलामी का आयोजन किया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, 'सीएमपीडीआई और कोयला मंत्रालय के के दो अधिकारी शुरुआती मूल्य की पेशकश खोलेंगे और उसे बोली के प्लेटफॉर्म एमएसटीसीकॉमर्स पर अपलोड करेंगे। इसका सॉफ्टवेयर ही सबसे ज्यादा और सबसे कम बोली की घोषणा करेगा। बोली की शुरुआत अधिकतम शुरुआती मूल्य की पेशकश के साथ होगी।' उन्होंने कहा कि शुरुआती पेशकश अपलोड किए जाने के बाद इसमें बमुश्किल कोई मानवीय हस्तक्षेप होगा। हर खदान के लिए बोली का समय 2 घंटे होगा और बिड सबमिशन विंडो 8 मिनट है। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'बोली आनी शुरू होने के बाद प्रक्रिया 2 घंटे तक चल सकती है।' एमएसटीसी सिस्टम सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले या तरजीही बोली लगाने वाले की घोषणा करेगा। वाणिज्यिक कोयला नीलामी के लिए नामित अधिकारी सभी बोलियों का मूल्यांकन करेगा, कोयला मंत्रालय केको प्रस्तुत करेगा और कोयला मंत्रालय सफल बोलीकर्ता की घोषणा करेगा। ई-नीलामी का आयोजन 2 से 9 नवंबर 2020 के बीच होगा। केंद्र सरकार ने जून में निजी कंपनियों द्वारा कोयले के वाणिज्यिक खनन और बिक्री के लिए कोयला खदान नीलामी की प्रक्रिया शुरू की थी। विदेशी कंपनियों, गैर खनन इकाइयों और बड़े खननकर्ताओं को लुभाने के लिए बोली की शर्तें उदार की गई हैं। इसके लिए कोयला खदान विशेष प्रावधान अधिनियम, 2015 में मई में संशोधन किया गया, जिससे नीलामी की प्रक्रिया सरल हो सके और निवेशकों में दिलचस्पी पैदा हो सके। बहरहाल किसी विदेशी कंपनी ने कोई पेशकश दाखिल नहीं की है। अदाणी इंटरप्राइजेज ने सबसे ज्यादा तकनीकी बोली पेश की है और 2 खदानों के लिए शुरुआती पेशकश है। तकनीकी दौर के तहत कंपनियों ने अपनी पात्रता और शुरुआती मूल्य पेशकश की थी, जो पिछले महीने बंद हुई। कुल 38 कोयला ब्लॉकों में 46 कंपनियों ने 19 ब्लॉकों में दिलचस्पी दिखाई है। कुल 82 बोली पेश की गई है।
