महामारी के झटकों के बीच, नवरात्रि का पहला दिन वाहन कंपनियों के लिए राहत लेकर आया। कई कंपनियों ने पिछले साल के मुकाबले कारों की डिलिवरी में तेजी दर्ज की है। अधिकारियों और डीलरों का कहना है कि यदि नवरात्रि का पहला दिन शनिवार नहीं होता तो यह डिलिवरी और ज्यादा हो सकती थी। सप्ताह के आखिरी दिन शनिवार को कई लोगों द्वारा लोहे से बने सामान की खरीदारी के लिए अशुभ समझा जाता है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि कार बाजार दिग्गज मारुति सुजूकी इंडिया ने त्योहार के पहले दिन 10,500 कारों की डिलिवरी की। यह पिछले साल के मुकाबले 34.6 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने कहा, 'पिछले साल के मुकाबले, इस साल पहला दिन शनिवार होने के बावजूद उत्साहजनक रहा।' हालांकि श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि आपको इन आंकड़ों की बारीकी में नहीं जाना चाहिए। हालांकि इससे धारणा का मोटे तौर पर संकेत मिला है, लेकिन ये आंकड़े महज डिलिवरी के हैं, बिक्री या इनवॉइस प्रक्रिया पिछले कुछ दिनों में हुई होगी। उन्होंने कहा, 'जहां कुछ लोग डिलिवरी लेने के लिए त्योहार के पहले दिन का इंतजार करते हैं, वहीं कुछ अन्य लोग इस दिन इनवॉयस प्रक्रिया पूरी किए जाने का इंतजार करते हैं।' इसके अलावा, पिछले साल के न्यून आधार से भी इस साल के आंकड़े आकर्षक दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि विटारा और वैगनआर मॉडलों की निर्माता ने 2019 में 7,800 और 2018 में 11,500 वाहन बेचे थे। यह हुंडई मोटर इंडिया के लिए भी सीजन की अच्छी शुरुआत है। हुंडई के निदेशक (बिक्री एवं विपणन) तरुण गर्ग ने कहा, 'नवरात्रि का पहला दिन अच्छा रहा और हमें सोमवार से कारों की डिलिवरी में तेजी आने की संभावना है, क्योंकि यह नवरात्रि का पहला कामकाजी दिन होगा। हुंडई ने पिछले दो दिनों में 6,000 से ज्यादों कारें डिलिवर की हैं। कई लोग, शनिवार को लोहे से बने उत्पाद खरीदना/डिलिवरी लेना पसंद नहीं करते हैं। फिर भी हमारे करीब 3,000 कारें डिलिवर की थी। सोमवार से हम हर दिन 4500 से 5000 कारों की डिलिवरी की उम्मीद कर रहे हैं।' अन्य कार निर्माताओं का भी कहना है कि रुझान सकारात्मक बना हुआ है। टाटा मोटर्स के एक अधिकारी ने कहा कि आंकड़े शानदार हैं। हमने पिछले साल के नवरात्रा (पहले दिन) के मुकाबले दोगुनी बिक्री दर्ज की है। नेक्सन और तियागो ब्रांडों ने भी पिछले कुछ महीनों में बिक्री में तेजी दर्ज की है।
