प्रधानमंत्री से किसानों की मदद की गुहार लगाएंगे पवार | सुशील मिश्र / मुंबई October 18, 2020 | | | | |
बेमौसम बारिश से महाराष्ट्र में भारी नुकसान हुआ है। सरकार और प्रशासन मूसलाधार बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटा है। जनप्रतिनिधि बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके लोगों को हर संभाव मदद दिलाने का भरोसा दे रहे हैं। राकांपा प्रमुख शरद पवार राज्य के सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात करके वर्षा प्रभावित किसानों की मदद की गुहार लगाने वाले हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस भी कल से वर्षा प्रभावित इलाकों के दौरे पर जाने वाले हैं।
महाराष्ट्र के पुणे, कोंकण और औरंगाबाद डिविजन में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है, जबकि लाखों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है। पवार ने रविवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री से मिलकर राज्य में वर्षा से प्रभावित किसानों के लिए मदद मांगेंगे। वह मराठवाड़ा क्षेत्र में उस्मानाबाद जिले के कांकरबावड़ी, सस्तुर गांवों में सुबह दौरे पर गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश से प्रभावित किसानों से बातचीत की। किसानों से बातचीत में पवार ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए और उसके लिए मैं अन्य सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से भेंट करूंगा। उन्होंने कहा कि वर्षा प्रभावित किसानों की मदद करने में राज्य सरकार की अपनी सीमाएं हैं और केंद्र सरकार को ऐसे में मदद करनी चाहिए। पवार ने कहा कि मैंने अन्य सांसदों से भी कहा है कि हम अगले 8-10 दिन में प्रधानमंत्री से मिलने जाएंगे। इसका समाधान केंद्र और राज्य को साथ मिलकर करना होगा।
मूसलाधार बारिश के बाद उपजी स्थिति का जायजा लेने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सोलापुर जाएंगे। मुख्य मंत्री कार्यालय ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे मूसलाधार बारिश के बाद सोमवार को स्थिति का जायजा लेने के लिए सोलापुर जिले का दौरा करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री मंगलवार को उस्मानाबाद के क्षेत्रों का दौरा करेंगे। भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस भी 19 अक्टूबर को बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे। शुरुआती अनुमान के मुताबिक पुणे, सोलापुर, सतारा और सांगली जिलों में 87,000 हेक्टेयर में फैले गन्ना, सोयाबीन, सब्जियों, चावल, अनार और कपास जैसी फसलों को नुकसान हुआ है।
पुणे के संभागीय आयुक्त कार्यालय के अनुसार पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी वर्षा और बाढ़ से 3,000 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 40,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। सोलापुर, सांगली, सतारा और पुणे जिलों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ से 1,021 मवेशी मारे गए, कुल 3,156 मकान क्षतिग्रस्त हो गए तथा 100 झुग्गियां नष्ट हो गईं। सोलापुर, सांगली, सतारा और पुणे जिलों में 10,349 से 40,036 अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी मुताबिक सोलापुर में 14, सांगली में छह, पुणे में सात और सतारा में दो व्यक्तियों की जान चली गयी, जबकि पुणे में एक, सांगली में तीन और सोलापुर में चार लोग अब भी लापता है।
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