डॉ. रेड्डीज की तेजी बरकरार रहने के आसार | उज्ज्वल जौहरी / नई दिल्ली October 18, 2020 | | | | |
डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) उत्पाद संबंधित खबरों, अपने व्यावसायिक परिदृश्य में सुधार की वजह से लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। अमेरिका में पेश की जाने वाली एक बड़ी दवा के लिए पेटेंट विवाद के निपटान से भी धारणा मजबूत हुई और इस शेयर को सितंबर में नई ऊंचाई पर पहुंचने में मदद मिली।
डीआरएल को कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार स्पुतनिक वी के लिए तीसरे चरण के मानव चिकित्सीय परीक्षणों के लिए पुन: प्रयास करने की वजह से भी सुर्खियां मिली हैं। किसी तरह की सफलता से कंपनी के विकास परिदृश्य को और मजबूती मिलेगी। इसलिए, विश्लेषक भविष्य में और तेजी की उम्मीद कर रहे हैं, भले ही यह शेयर पिछले कुछ महीनों में निफ्टी फार्मा और निफ्टी सूचकांकों को पहले से ही मात दे चुका है।
कंपनी में भारत तथा अमेरिकी व्यवसायों, दोनों में अल्पावधि आय वृद्घि की मजबूत संभावना है। डीआरएल ने उभरते बाजारों और यूरोप में भी मजबूत वृद्घि दर्ज की है, जबकि ऐक्टिव फार्मास्युटिक इंग्रिडिएंट्स (एपीआई) बाजार में अवसरों से उसे फार्मास्युटिकल सेवाओं और ऐक्टिव इग्रिडिएंट सेगमेंट में शानदार वृद्घि में मदद मिली है। इसके अलावा, भारत में पहले ही पेश किए जा चुके कोविड-19 उपचार पोर्टफोलियो से उम्मीद बढ़ी है।
अमेरिका में, कंपनी ने विशिष्ट अवसरों के लिए अपने व्यावसायिक दृष्टिकोण में बदलाव किया है और वह लागत नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कुछ नुकसान वाले उत्पादों की बिक्री के बाद, डीआरएल ने हर साल औसत तौर पर 20 से ज्यादा उत्पाद पेश किए हैं और नोमुरा का अनुमान है कि प्रत्येक उत्पाद का सालाना आधार पर शुरू में 50-50 लाख डॉलर का योगदान है। कंपनी ने अपने इंजेक्टीबल्स पोर्टफोलियो को मजबूत बनाया है, और इस सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा सीमित है। कंपनी के लिए मूल्य निर्धारण दबाव पर ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यह पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी बाजार में काफी ऊंचा बना हुआ है।
अमेरिकी-केंद्रित जेनेरिक कंपनियों में, डीआरएल भी उत्तर अमेरिकी बाजार में नई पेशकशों को देखते हुए आईआईएफएल की पसंदीदा बनी हुई है। इन नई पेशकशों से कंपनी को वित्त वर्ष 2023 तक वृद्घि की रफ्तार मजबूत बनाए रखने में मदद मिलगी।
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