हॉस्पिटैलिटी फर्में तलाश रहीं कोष उगाही की संभावना | शैली सेठ मोहिले / मुंबई October 16, 2020 | | | | |
विश्लेषकों का कहना है कि आतिथ्य क्षेत्र में सुधार में विलंब की वजह से कई और कंपनियों को कोष उगाही विकल्प तलाशने पर ध्यान देना होगा। हाल में संपन्न हुए ईआईएच के राइट इश्यू से कंपनी को अपना कर्ज घटाने और बैलेंस शीट में सुधार लाने में मदद मिलेगी। इससे कई अन्य कंपनियों के लिए भी सक्रियता के साथ कोष उगाही पर विचार करने की राह आसान हुई है।
भारत में कोविड मामलों में तेजी और कुछ क्षेत्रों में इस महामारी की दूसरी लहर से संपूर्ण रिकवरी की प्रक्रिया पटरी से उतरती दिख रही है। मजबूत बैलेंस शीट और अच्छी नकदी स्थिति वाली कंपनियां मौजूदा दबाव से मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं। विश्लेषकों का कहना है कि जहां लीजर डेस्टिनेशनों में होटलों में भी सुधार दिखने लगा है, वहीं बिजनेस होटलों के लिए सीमित यात्राओं और वर्क फ्रॉम होम की वजह से समस्या अभी लंबे समय तक बनी रहेगी।
ईआईएच के बिजनेस होटल उसके लिए राजस्व के प्रमुख हिस्सा हैं और वे मौजूदा चुनौतीपूर्ण परिवेश की वजह से लगातार कमजोर स्तरों पर परिचालन कर रहे हैं। नोएसिस कैपिटल के मुख्य कार्याधिकारी नंदीवद्र्घन जैन का कहना है, 'हालात में जल्द बदलाव की संभावना नहीं है, और ऐसे में यह जरूरी है कि होटल के पास महामारी का दबाव झेलने के लिए पर्याप्त नकदी हो।' उन्होंने कहा कि अन्य होटल शृंखलाएं भी एनसीडी, इक्विटी और कम मूल्यांकन पर बिक्री के जरिये कोष उगाही की चर्चा कर रही हैं।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में विश्लेषक राशेष शाह का कहना है कि ईआईएच की कोष उगाही से कंपनी को कर्ज घटाने में मदद मिलेगी। वित्त वर्ष 2019-20 के अंत में, ईआईएच पर 533 करोड़ रुपये का कर्ज था। उन्होंने कहा, 'राइट इश्यू के जरिये 350 करोड़ रुपये की ताजा कोष उगाही से कंपनी का डेट/इक्विटी मिश्रण 0.2 गुना से सुधरकर 0.1 गुना हो जाएगा।'
होटल कंपनियों द्वारा सितंबर तिमाही में अपनी आय में बड़ी गिरावट दर्ज किए जाने की आशंका है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को अपने कवरेज में शामिल (लेमन ट्री, ईआईएच और आईएचसीएल समेत) इन कंपनियों का मुनाफा सितंबर तिमही में संयुक्त रूप से 330.7 करोड़ रुपये घटने का अनुमान है। ईआईएच का राजस्व भी इस तिमाही के दौरान काफी प्रभावित होगा।
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