रियल एस्टेट को त्योहार देंगे कोरोना के झटके से राहत | रामवीर सिंह गुर्जर / नई दिल्ली October 16, 2020 | | | | |
लॉकडाउन की मार झेल चुके रियल एस्टेट के त्योहारी सीजन से अच्छे दिन आ सकते हैं। इस बात के संकेत त्योहारों से पहले आ रहे घरों की बिक्री के आंकडों से मिलते हैं। इस साल की तीसरी तिमाही में दूसरी तिमाही की तुलना में घरों की बिक्री बढ़ी है। जिससे रियल एस्टेट उद्योग को त्योहारी सत्र यानी अक्टूबर-दिसंबर अवधि में घरों की बिक्री 35 फीसदी तक बढऩे की उम्मीद है। बिक्री बढऩे की वजह ब्याज दरें कम होना, लॉकडाउन के बाद ग्राहकों का घर खरीदने के रुझान के साथ ही बिल्डरों द्वारा दिए जा रहे लुभावने ऑफर हैं। जैसे मुफ्त लैपटॉप, एसी, फ्रिज, मॉड्युलर किचन, चिमनी, सोने के सिक्के, रखरखाव शुल्क में छूट, सरल भुगतान प्लान आदि।
रियल एस्टेट सलाहकार फर्म एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट की आज जारी रिपोर्ट के मुताबिक त्योहारी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में जुलाई—सितंबर की तुलना में घरों की बिक्री 35 फीसदी तक बढ़ सकती है। जुलाई-सितंबर में करीब 29,520 घर बिके थे। त्योहारों पर दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 27 से 31 फीसदी, मुंबई रीजन में बिक्री 33 से 36 फीसदी, पुणे में 34 फीसदी, हैदराबाद में 20 से 24 फीसदी, चेन्नई में 20 से 25 फीसदी और कोलकाता में बिक्री 30 फीसदी बढऩे का अनुमान है। एनारॉक प्रोपर्टी कंसल्टेंट के वाइस चेयरमैन संतोष कुमार ने कहा कि त्योहारों पर बिल्डर ग्राहकों लुभाने के लिए आकर्षक आफर दे रहे हैं। सरकारों ने भी सीमित समय के लिए स्टांप व पंजीयन शुल्क में कटौती की है। इस बार ब्याज दरें भी कम हैं। ऐसे में रहने के लिए घर खरीदने वाले इन सुविधाओं को फायदा उठाने के लिए घर खरीदने को तरजीह देंगे।
दिल्ली-एनसीआर की रियल्टी कंपनीे सुपरटेक लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके अरोड़ा को त्योहारों पर पिछले साल से भी ज्यादा बिक्री होने की उम्मीद है। गौरसंस इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनोज गौर ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लोगों ने घर की खरीदारी टाल दी थी। कोरोनाकाल में अब कर्ज भी सस्ता हुआ है। जिससे अब लोग घर खरीदने का मन बना रहे है।
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