सरकार ने आगामी त्योहारी सीजन के दौरान उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एलटीसी मद की रकम का इस्तेमाल करने की छूट दी है लेकिन बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में अर्थशास्त्रियों और कंपनियों का कहना है कि खपत पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं दिखेगा। दूसरी ओर, यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र इससे परेशान है क्योंकि एलटीसी को उपभोक्ता वस्तुओं की खरीदारी में इस्तेमाल करने की छूट दी जा रही है। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशंस इन इंडियन टूरिज्म ऐंड हॉस्पिटैलिटी ने कहा है, 'त्योहारी सीजन से मांग को कुछ रफ्तार मिलती है जिसका यात्रा एवं पर्यटन उद्योग को इंतजार रहता था। यह क्षेत्र लोगों के हाथों में कहीं अधिक कर आधारित प्रोत्साहन दिए जाने की उम्मीद कर रहा था ताकि खर्च में सुधार हो सके। लेकिन एलटीसी मद की रकम को दूसरे मद में खर्च करने की छूट दी गई है। सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी का इस्तेमाल उपभोक्ता वस्तुओं की खरीदारी में करने की छूट दिए जाने से यात्रा क्षेत्र के लिए रकम नहीं बचेगी।' एलटीसी के तहत कर में रियायत हरेक चार साल में दो साल के लिए दी जाती है। कर्मचारी आमतौर पर उन वर्षों के दौरान एलटीसी मद की रकम भुना लेते हैं जब वे यात्रा पर नहीं जाते हैं। ऐसे में उन्हें कर रियायत का फायदा नहीं मिलता है और एलटीसी मद की रकम भी करयोग्य हो जाती है। केयर रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि कर्मचारी अपने एलटीसी मद की रकम का इस्तेमाल कंज्यूमर ड्यूरेबल्स खरीदने में करने के बजाय उसे करयोग्य बनाते हुए निकालने में कर सकते हैं। सबनवीस ने कहा, 'कागज पर यह दिलचस्प दिख सकता है कि सरकार अपने कर्मचारियों को एलटीसी रकम को भुनाने का एक विकल्प दे रही है लेकिन यह कुछ ही समय तक उपलब्ध रहेगा यानी 31 मार्च 2021 तक। मौजूदा परिदृश्य में अधिकतर लोग विवेकाधीन वस्तुओं पर काफी सावधानी से खर्च कर रहे हैं और वे होम अप्लायंस अथवा उपभोक्ता वस्तु पर शायद ही इसे खर्च करना चाहेंगे। ऐसे में खपत को कोई खास रफ्तार नहीं मिल पाएगी।' सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज पर खपत आधारित अधिकतर शेयरों में गिरावट दिखी। निफ्टी खपत सूचकांक में 0.13 फीसदी की गिरावट आई। वाहन और उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र की अन्य शेयरों में भी गिरावट आई। बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, वोल्टास, ब्लू स्टार, क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स में 1 से 2 फीसदी की गिरावट आई। निफ्टी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। गोदरेज अप्लायंसेज के कारोबार प्रमुख एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा कि सरकार द्वारा की गई घोषणा से उपभोक्ताओं के पास नकदी प्रवाह बढ़ेगा जो उद्योग के लिए महत्त्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि भारत में पारंपरिक तौर पर लोग त्योहारों में अप्लायंसेज खरीदते हैं। लेकिन मौजूदा वैश्विक महामारी के मद्देनजर लोग केवल जरूरी के सामान ही खरीद रहे हैं। ऐसे में नकदी प्रवाह का बढऩा उपभोक्ता वस्तु बाजार के लिए अच्छा रहेगा। पैनासोनिक इंडिया एवं दक्षिण एशिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी मनीष शर्मा ने कहा कि इसका समय बिल्कुल उपयुक्त है। हैवेल्स इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनिल राय गुप्ता ने कहा कि सरकार की इस पहल से उपभोक्ता धारणा मजबूत होगी।
