आवक सामान्य रहने के बावजूद बीते दो माह में प्याज के दाम बढ़कर दोगुने हो चुके हैं। भंडारण के समय किसानों से 8 से 12 रुपये किलो के भाव खरीदा गया प्याज अब मंडियों में 25 से 45 रुपये किलो बेचा जा रहा है। मंडियों में अगस्त की तुलना में सितंबर में प्याज की आवक 6.5 फीसदी बढ़ी है। जानकारों के मुताबिक स्टॉकिस्ट प्याज के दाम जानबूझकर बढ़ा रहे हैं। हालांकि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में खरीफ की फसल को बारिश से नुकसान हुआ है लेकिन आपूर्ति सामान्य रहने के बावजूद दाम बढऩा कहीं न कहीं गड़बड़ी की ओर इशारा करते हैं। प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की पिंपलगांव मंडी में प्याज 1,300 से 4,600 रुपये क्विंटल और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 2,500 से 4,000 रुपये क्विंटल बिक रहा है। दो माह पहले इन मंडियों में 280 से 1,250 रुपये क्विंटल भाव चल रहा था। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के आंकडों के मुताबिक अगस्त महीने में मंडियों में 36.72 क्विंटल प्याज की आवक हुई और इस माह मंडियों में भाव 781 से 1,405 रुपये क्विंटल रहा। सितंबर में प्याज की आवक 39.14 लाख क्विंटल हुई और दाम 1,384 से 2,652 रुपये क्विंटल पहुंच गए। आंकडों से स्पष्ट है कि आवक 6.5 फीसदी बढऩे के बावजूद प्याज दोगुना महंगा हो गया। सामान्य तौर पर आवक बढऩे पर दाम गिरते हैं। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के किसान श्रीराम गाढवे कहते हैं कि बारिश के कारण खरीफ की प्याज को नुकसान हुआ है और उत्पादन भी घट सकता है। लेकिन मंडियों में आवक बढऩे पर भी दाम दोगुना होना हैरान करने वाला है। तीन माह पहले भाव इतने कम थे कि किसानों की लागत भी नहीं निकल रही थी। अब प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं। लेकिन इसका लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है, क्योंकि बीते दो माह से मंडियों में आ रहा 70 फीसदी से अधिक प्याज भंडारण करने वाले कारोबारियों का है। गाढवे बताते हैं कि कारोबारी अप्रैल से जून तक भंडारण के लिए प्याज किसानों से खरीदते हैं। इस साल ज्यादातर प्याज 8 से 12 रुपये किलो पर खरीदा गया। इसमें 2 रुपये किलो भंडारण किराया व अन्य खर्चे जोड़कर इस समय प्याज की लागत 15 से 17 रुपये किलो बैठेगी, जबकि मंडियों में इसे 20 से 45 रुपये किलो बेचा जा रहा है। आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी पीएम शर्मा कहते हैं कि मंडी में रोजाना 100 गाड़ी प्याज आ रहा है। इसमें 20 से 30 गाड़ी प्याज नहीं बिक पाता है।
