देश के प्रमुख बंदरगाहों पर माल ढुलाई कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच रही है और महामारी के बीच बेहतरी के संकेत मिल रहे हैं। सितंबर महीने में 12 प्रमुख बंदरगाहों ने 535 लाख टन माल की हैंडलिंग की, जो अगस्त महीने की तुलना में 4 प्रतिशत ज्यादा और कोविड-19 के पहले के फरवरी के 572 लाख टन के करीब है। चेन्नई पोर्ट पर सीनियर डिप्टी ट्रैफिक मैनेजर बी विमल ने कहा, 'उद्योगों में कामकाज सामान्य की ओर बढ़ रहा है। थोक की श्रेणी में उर्वरक और लाइमस्टोन में सितंबर में तेजी आई है, इसकीवजह से पोर्ट के कॉर्गो वाल्यूम में मदद मिली है।' पोर्ट को 60 प्रतिशत कॉर्गो वाल्यूम कंटेनर से और शेष 40 प्रतिशत बल्क श्रेणी के कार्गो से मिलता है। विमल ने कहा, 'कंटेनर सेग्मेंट में हमने जुलाई से नई सेवाएं शुरू की हैं, जिनसे हमें मदद मिल रही है। तटीय मार्ग से कार्गो को चेन्नई बंदरगाह पर लाया जा सकता है और इस कार्गो को उसके बाद से विदेश भेजा जा सकता है। इस नई सेवा से बंदरगाह को ज्यादा मात्रा में ढुलाई में मदद मिल रही है।' चेन्नई बंदरगाह पर सितंबर महीने में सबसे ज्यादा कार्गो वृद्धि हुई है। यह 40 लाख टन रहा है, जो पहले के महीने से 18 प्रतिशत ज्यादा है। इसके बाद पारादीप में 15 प्रतिशत और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) पर 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल-सितंबर के दौरान बंदरगाहों से 2,986 लाख टन ढुलाई हुई है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 14.3 प्रतिशत कम है। सितंबर महीने में कामराज पोर्ट का प्रदर्शन सबसे खराब रहा, जहां पिछले महीने से ढुलाई 22 प्रतिशत कम हुई है। वहीं मार्मुगाओ और मुंबई पोर्ट के आंकड़ों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कामराज पोर्ट के ट्रैफिक मैनेजर एक करुपैया ने कहा, 'कामराज बंदरगाह का संभवत: दिसंबर तक कमजोर प्रदर्शन रहेगा क्योंकि तमिलनाडु ने हाल के कुछ महीनों में पवन ऊर्जा की खपत बढ़ा दी है, जिससे बंदरगाह से थर्मल कोल का आयात घट गया है। जब तक सीजन नहीं बदलता, कार्गो वाल्यूम की स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं होने जा रहा है। यह अक्सर दिसंबर के बाद होता है।' कार्गो की श्रेणी में सितंबर महीने में कंटेनर वाल्यूम मासिक आधार पर 6 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि कोकिंग में सबसे ज्यादा 11 प्रतिशत और लौह अयस्क में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। बहरहाल प्राइवेट पोर्ट कारोबारियों ने भी सितंबर महीने में कार्गो वाल्यूम में अपना अंशदान किया है। एपीएम टर्मिनल पिपावाव पोर्ट पर कार्गो वाल्यूम 9 लाख टन रहा है, जो अगस्त से 18.2 टन ज्यादा है। गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले अदाणी बंदरगार पर ढुलाई सितंबर तिमाही में 7 प्रतिशत बढ़कर 560 लाख टन हो गई है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 420 लाख टन थी। जून तिमाही में कंपनी की ढुलाई में 27 प्रतिशत की तेज गिरावट आई थी।
