महामारी में हर घंटे 90 करोड़ रुपये कमाए मुकेश अंबानी ने | पुनीत वाधवा / मुंबई September 29, 2020 | | | | |
कोरोनावायरस की वजह से मार्च में लॉकडाउन होने के बाद बाजार और रोजगार बुरी तरह लडख़ड़ा गए और कई कारोबार बंद हो गए। मगर रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने महामारी के दौरान भी हर घंटे 90 करोड़ रुपये कमा लिए। पिछले एक साल में उनकी संपत्ति 73 फीसदी बढ़कर 6,58,400 करोड़ रुपये हो गई है। मार्च के लॉकडाउन के बाद से तो अंबानी की संपत्ति इतनी तेजी से बढ़ी कि हुरुन इंडया रिच लिस्ट में 2020 में एक बार फिर वह सबसे ऊपर रहे। लगातार नवें साल इस सूची में अव्वल रहने वाले मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति भी हैं।
अंबानी की कंपनी आरआईएल भी 2020 में शेयर बाजार में सबसे ज्यादा संपत्ति जुटाने वाली कंपनियों में शुमार रही है। इस दौरान उसकी संपत्ति में 48 फीसदी इजाफा हुआ। मार्च में जब बाजार ढह गया था तो कंपनी का शेयर लुढ़ककर 867.82 रुपये पर रह गया था। मगर उसके बाद से कंपनी का शेयर 158 फीसदी की छलांग लगाकर इस समय 2,200 रुपये पर चल रहा है।
लंदन में रहने वाले हिंदुजा बंधु हुरुन की फेहरिस्त में दूसरे स्थान पर हैं मगर उनके और अंबानी के बीच फासला बहुत ज्यादा है क्योंकि हिंदुजा की कुल संपत्ति केवल 1,43,700 करोड़ रुपये है। अलबत्ता पिछले कुछ महीनों में ये भाई सुर्खियों में रहे हैं क्योंकि श्रीचंद हिंदुजा की बेटी अपने पिता की जायदाद पर कब्जे के लिए अदालत पहुंच गई हैं। हिंदुजा के बाद तीसरे पायदान पर एचसीएल टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नाडर और चौथे स्थान पर गौतम अदाणी तथा उनका परिवार है। पांचवीं पायदान पर अजीम प्रेमजी खड़े हैं।
महामारी के दौरान अंबानी की ही नहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस एस पूनावाला की संपत्ति भी तेजी से बढ़ी है। उनकी संपत्ति में 6 फीसदी इजाफा हुआ और 94,300 करोड़ रुपये के साथ वह सूची में छठे पायदान पर पहुंच गए। सूची में आचार्य बालकृष्ण का नाम भी शामिल है। योग गुरु रामदेव के साथ पतंजलि आयुर्वेद की नींव रखने वाले बालकृष्ण 46,800 करोड़ रुपये के साथ 18वें स्थान पर हैं और
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला से आगे हैं। बिड़ला 34,000 करोड़ रुपये के साथ सूची में 22वें पायदान पर हैं।
इस बार हुरुन सूची की दिलचस्प बात यह भी है कि इसमें 11 पेशेवर प्रबंधक पहुंच गए हैं। 11,300 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर पेशेवर हैं 60 साल के थॉमस कुरियन, जिन्होंने अमेरिका की दिगगज तकनीकी कंपनी ऑरेकल में अपनी हिस्सेदारी बेचकर तगड़ी कमाई की। 3,200 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ अवेन्यू सुपरमाट्र्स के 45 साल के मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ) इग्नैशियस नविल नोरोन्हा भारत के सबसे अमीर सीईओ बन गए हैं।
भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति अब 60 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो 2019 के मुकाबले 20 फीसदी बढ़ी है। डॉलर में हिसाब लगाएं तो भारत में 179 अरबपति हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी बढ़ गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा देश है, जहां सबसे तेजी से अरबपति बन रहे हैं।
इस बार की हुरुन सूची में 828 भारतीय ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इनमें से 627 ने 2020 में अपनी संपत्ति बढ़ाई और 162 नए चेहरे हैं। यह सूची 31 अगस्त, 2020 तक की संपत्ति देखकर बनाई गई है। उस दिन 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत 73.67 रुपये थी।
हुुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि सूची में शामिल लोगों की संपत्ति में जो इजाफा हुआ है, उसमें 28 फीसदी योगदान तो अकेले मुकेश अंबानी का है। 21 फीसदी अतिरिक्त संपत्ति औषधि क्षेत्र से आई है क्योंकि महामारी के दौरान इलाज के खर्च और व्यक्तिगत देखभाल पर खर्च में बढ़ोतरी हुई है।
इसी महीने आए हैपिएस्ट माइंड्स के शानदार आईपीओ ने कंपनी के संस्थापक अशोक सूटा को भी पहली बार हुरुन की सूची में पहुंचा दिया है। सूटा की कुल संपत्ति 3,700 करोड़ रुपये है। अवेन्यू सुपरमाट्र्स के संस्थापक राधाकिशन दमानी सबसे धनी 10 लोगों में शुमार हो गए हैं। ओयो रूम्स के ऋतेश अग्रवाल महज 26 साल की उम्र में इस सूची में पहुंचकर सबसे युवा अरबपति बन गए हैं। उनके पास 4,500 करोड़ रुपये की संपत्ति है। दूसरी ओर 5,400 करोड़ रुपये की संपत्ति वाले धरम पाल गुलाटी सूची में सबसे उम्रदराज अरबपति हैं। मसाला कंपनी एमडीएच के गुलाटी की उम्र 96 साल है।
सूची में लगभग पांच फीसदी महिलाएं हैं, जिनमें गोदरेज की स्मिता वी कृष्णा 32,400 करोड़ रुपये के साथ सबसे अमीर हैं। इनके बाद 31,600 करोड़ रुपये संपत्ति वाली बायोकॉन की किरण मजूमदार-शॉ दूसरी सबसे अमीर महिला हैं। सूची में शामिल महिलाओं की औसत आयु 61 वर्ष है। सूची में शामिल 217 यानी 26 फीसदी अरबपति मुंबई से हैं।
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