एनटीपीसी ने विनिर्माण इकाइयों के लिए खोले अपने परिसर | श्रेया जय / नई दिल्ली September 23, 2020 | | | | |
सरकार द्वारा संचालित सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने विनिर्माण इकाइयों के लिए औद्योगिक पार्क खोलने का फैसला किया है। कंपनी ने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) तथा विनिर्माण करने वाली कंपनियों से एनटीपीसी के तापीय विद्युत संयंत्रों के परिसर में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए अभिरुचि पत्र (ईओएल) आमंत्रित किए हैं।
बीएचईएल ने भी वैश्विक विनिर्माण कंपनियों को आमंत्रित करते हुए एक अभिरुचि पत्र आमंत्रित किया था। इसमें उसने इन कंपनियों को भारत में विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए अपनी सुविधाओं और क्षमताओं का लाभ उठाने की पेशकश की थी।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि एनटीपीसी प्रमुख रसायन- अमोनिया, यूरिया, क्लोरअल्कली, जिप्सम एवं जिप्सम उत्पाद, जियोपॉलिमर, शीतल एवं ऊष्ण सॉल्यूशन तथा एल्युमीनियम, खनिज प्रसंस्करण (सिरैमिक, टाइल, मिट्टी के बर्तन, ईंट, कांच आदि), धातु उत्पादन और धातु उद्योग (ढ़लाई, भठ्टी, मिश्र धातु, इस्पात रीरोलिंग आदि) जैसे सघन ऊर्जा वाले विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए एमएसएमई एवं अन्य भारतीय कंपनियों को आमंत्रित कर रही है।
कंपनी ने कहा है कि इन औद्योगिक पार्कों को प्रायोगिक परीक्षण के आधार पर सोलापुर (महाराष्ट्र), कुडग़ी (कर्नाटक) और गाडरवारा (मध्य प्रदेश) की तापीय विद्युत इकाइयों के परिसर में विकसित किया जाएगा। इन इकाइयों में क्रमश: 428 एकड़, 791 एकड़ और 500 एकड़ भूमि उपलब्ध है।
ये औद्योगिक पार्क संबंधित राज्यों और केंद्र सरकार की अपेक्षित मंजूरी के अधीन होंगे। कंपनी ने कहा है कि एनटीपीसी अभिरुचि पत्र में प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार पर इन मंजूरियों का कार्यान्वयन करेगी।
कंपनी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य एनटीपीसी की इकाइयों की विद्युत आपूर्ति का इस्तेमाल करना भी है। अपने इस अभिरुचि पत्र में एनटीपीसी ने सप्ताह के सातों दिन चौबीसों घंटे भरोसेमंद विद्युत आपूर्ति, रेल एवं सड़क प्रणाली की उपलब्धता, जलापूर्ति, कुशल श्रमिकों की उपलब्धता और अन्य कई बुनियादी ढांचागत सुविधाएं देने का प्रस्ताव रखा है।
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