हाल में अगस्त के लिए जारी जीवन बीमा प्रीमियम संग्रह का डेटा पर विचार करने के दो तरीके हैं। खासकर जब लॉकडाउन वाले महीनों (जब प्रीमियम संग्रह सालाना आधार पर 23-28 प्रतिशत तक घट गया था) से तुलना करें, तो अगस्त महीने की आठ प्रतिशत की गिरावट कुछ बेहतर मानी जा सकती है। दूसरे शब्दों में, कई लोग अपना बकाया प्रीमियम पूरा करने या नए बीमा प्लान खरीदने को इच्छुक दिख रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र पर आशान्वित होने से पहले आंकड़ों पर सूक्ष्मता से विचार करना जरूरी है। इस पर विचार करें, अगस्त में निजी बीमा कंपनियों के लिए ज्यादातर वृद्घि समूह बीमा प्रीमियम (सालाना आधार पर 30 प्रतिशत तक) और सिंगल प्रीमियम उत्पादों (60 प्रतिशत तक) से आई और रिटेल (व्यक्तिगत) व्यवसायों से कम प्रीमियम दर्ज किया गया। समूह बीमा कॉरपोरेट-केंद्रित व्यवसाय है और इसमें हर वित्त वर्ष जून और सितंबर तिमाहियों में प्रदर्शन अच्छा रहने की संभावना रहती है। अगस्त महीने की वृद्घि से दबी मांग सामने आने का संकेत मिल सकता है। जेफरीज में विश्लेषकों का कहना है, 'जहां प्रमुख निजी कंपनियां ऐसे जोखिमों से बचने के लिए कदम उठा रही हैं और सरकारी प्रतिभूतियों या एएए-रेटिंग वाले कॉरपोरेट पत्रों में निवेश कर रही हैं, वहीं किसी तरह का नकारात्मक घटनाक्रम हेजिंग योजनाओं की उपलब्धता को प्रभावित भी कर सकता है।' उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि पोर्टफोलियो को पुन: संतुलित बनाने की लागत बढ़ेगी। समाचार खबरों के अनुसार, कोविड-19 प्रभाव अप्रैल से अगस्त के आंकड़े पर आधारित दावों की चौथी सबसे बड़ी श्रेणी के तौर पर उभरा है।
