मूंग-उड़द की आवक शुरु, खरीदी के लिए आज से पंजीयन | सुशील मिश्र / मुंबई September 16, 2020 | | | | |
चालू खऱीफ सीजन में दलहन फसलों की बुआई लगभग पूरी हो चुकी है। मूंग और उड़द आवक भी शुरू हो गई है। किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिले, इसे देखते हुए महाराष्ट्र में साल 2020-21 के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द की खरीदी के लिए आज से पंजीयन शुरू हो जाएगा। राज्य में खऱीद केंद्रों की शुरुआत जल्द की जाएगी।
खरीफ सीजन की मूंग और उड़द बाजार में आने लगी है लेकिन किसानों को सरकारी भाव से करीब 1,000-1,500 रुपये प्रति क्विंटल कम दाम पर माल बेचना पड़ रहा है। महाराष्ट्र के विपणन मंत्री बालासाहब पाटिल ने कहा कि बाजार में मूंग और उड़द को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत मिल रही है इसलिए किसानों का नुकसान टालने के लिए खरीद केंद्र जल्द शुरू किए जाएंगे। पाटील ने बताया कि केंद्र सरकार ने प्रति क्विंटल उड़द के लिए छह हजार रुपये और मूंग के लिए 7,196 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया है। पाटील ने कहा कि केंद्र सरकार के पास उड़द और मूंग की खरीदी के लिए 31 अगस्त को प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव को जल्दी मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र फसल पंजीयन केंद्रों की शुरुआत करते हुए पाटिल ने किसानों से खरीद केंद्रों पर पंजीयन करने का आह्वान किया है। उन्होने बताया कि किसानों को अपने तहसील के खरीद केंद्र पर जाकर पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के लिए किसानों को आधार कार्ड का जेरॉक्स और सातबारा (जमीन मालिकाना हक के कागजात) ले जाना पड़ेगा। किसानों को अपना मोबाइल नंबर भी बताना होगा। पाटील ने कहा कि पंजीयन के बाद किसानों को खरीद केंद्रों पर मूंग और उड़द लाने के लिए उनके मोबाइल पर एसएमएस भेजा जाएगा। इसके बाद किसान ने जिस खरीद केंद्र पर पंजीयन किया होगा, उन्हें उसी खरीद केंद्र पर उपज लेकर जाना होगा। सभी खरीद प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। पाटील ने कहा कि चालू सत्र में बाजार में मूंग और उड़द की आवक शुरू हो गई है।
महाराष्ट्र कृषि मंत्रालय के अनुसार राज्य में खरीफ फसलों की बुआई 14 सितंबर तक 144.64 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 139.88 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हुई थी। राज्य में दलहन फसलों का रकबा पिछले साल के 19.09 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 21.52 लाख हेक्टेयर हो चुका है। राज्य में चालू सीजन में मूंग का रकबा पिछले साल से 22 फीसदी बढ़कर 3.95 लाख हेक्टेयर और उड़द का रकबा 3.89 लाख हेक्टेयर हो गया है जो पिछले साल के रकबे से 34 फीसदी अधिक है। जबकि पूरे देश में मूंग का रकबा 35.66 लाख हेक्टेयर और उड़द का रकबा 38.27 लाख हेक्टेयर हो चुका है जो पिछले साल की तुलना में क्रमशः 16.13 फीसदी और 1.04 फीसदी अधिक है।
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