उत्तर प्रदेश में बनेंगे सस्ते मकान, प्रवासियों के लिए रेंटल कॉम्प्लेक्स | बीएस संवाददाता / लखनऊ September 15, 2020 | | | | |
उत्तर प्रदेश में पहली बार प्रवासियों के लिए शहरों में रेंटल कॉम्प्लेक्स बनेंगे। इन परिसरों में कामगारों, छात्रों और कम आय वालों सस्ती दरों पर रहने की सुविधा मिलेगी। कोरोना काल में खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को देखते हुए राजधानी लखनऊ में कम कीमत के मकान बनाने की भी योजना शुरू की जा रही है।
प्रदेश में अपनी तरह का पहला रेंटल कॉम्प्लेक्स राजधानी लखनऊ में ऐशबाग इलाके में बनेगा जिसका निर्माण लखनऊ विकास प्राधिकरण कराएगा। इसके पहले नगर निगम भी राजधानी में प्रवासी मजदूरों के लिए कम कीमत के किराये के मकान बनाने का प्रस्ताव दे चुका है। विकास प्राधिकरण ने सोमवार को रेंटल कॉम्प्लेक्स के निर्माण के लिए वास्तुविदों व सलाहकारों के साथ बैठक की। प्राधिकरण सभी सुविधाओं के साथ महज 5,000 रुपये प्रतिमाह किराये वाले भवन बनाकर देगा। इसमें प्रवासी मजदूरों, नर्स, छात्रों, कारखानों में काम करने के लिए बाहर से आए लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
इसी का साथ रियल एस्टेट में आयी मंदी के बीच लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने ऐशबाग में कम कीमत के फ्लैट बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए आर्किटेक्ट के चयन की प्रक्रिया चल रही है। प्राधिकरण की योजना यहां 30 से 40 लाख रुपये के बीच कीमत के फ्लैटों का निर्माण करने की है। ऐशबाग में औद्योगिक क्षेत्र में खाली पड़ी जमीन पर प्राधिकरण की 600 फ्लैट बनाने की योजना है। इन फ्लैटों के आवंटियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत मिलने वाले लाभ के साथ ही जीएसटी में छूट भी दिलायी जाएगी जिससे कीमत में और भी कमी आएगी। प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक 90 वर्गमीटर और 45 लाख रुपये से कीमत कम होने से जहां जीएसटी केवल एक फीसदी ही देना होगा। वहीं, पीएमएवाई में होम लोन पर सब्सिडी भी मिलेगी। इससे आवंटियों को सीधे तौर पर करीब तीन लाख रुपये तक का फायदा हो जाएगा। ऐशबाग इंडस्ट्रियल योजना में इन कम कीमत के मकान बनाने के लिए प्राधिकरण ने जमीन पर ब्जा ले लिया है। प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में इस जमीन के भूउपयोग के बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जा चुकी है। यहां दो बीएचके और दो बीएचके प्लस स्टडी टाइप के फ्लैट बनाने हैं।
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