महाराष्ट्र को बदनाम करने का षड्यंत्र चल रहा है : उद्धव ठाकरे | सुशील मिश्र / मुंबई September 14, 2020 | | | | |
राजनीतिक और कोरोना वायरस दोनों ही मोर्चे पर विरोधियों की आलोचनाओं का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी चुप्पी को कमजोरी न समझा जाए। अभी उनका ध्यान कोरोना पर है। महाराष्ट्र को बदनाम करने का एक षड्यंत्र चल रहा है। सही समय पर इसका जवाब दिया जाएगा।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 10 लाख पार होने के एक दिन बाद ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार ने महामारी से निपटने के लिए प्रभावी कार्य किया है। कोरोना को लेकर उन्होंने कहा कि 15 सितंबर से उनकी सरकार एक स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। चिकित्सा दल घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेगा। ठाकरे ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए 'मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी' नाम से एक अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी उनका ध्यान कोरोना पर है इसलिए राजनीति की बात नहीं करेंगे।
ठाकरे ने टेलीविजन पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी राजनीतिक तूफान आएगा, मैं उसका सामना करूंगा...मैं कोरोना वायरस से भी मुकाबला करूंगा। उद्धव ने कहा कि कुछ लोगों को लग सकता है कि कोरोना खत्म हो गया है और उन्हें फिर राजनीति शुरू करनी चाहिए। मैं राजनीति पर बात नहीं करूंगा, लेकिन महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश है। मेरी चुप्पी का यह मतलब नहीं कि मेरे पास जवाब नहीं हैं। मैं मुख्यमंत्री पद की गरिमा का पालन कर रहा हूं। 40 मिनट के संबोधन में उद्धव ठाकरे ने कोरोना, गरीबी, मराठा आंदोलन जैसे मुद्दों का जिक्र किया, लेकिन कंगना रनौत, सुशांत सिंह राजपूत केस और पूर्व नेवी अधिकारी पर हमले को लेकर बोलने से बचते रहे।
अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय के एक हिस्से को ढहाने और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में राज्य सरकार के कदमों को लेकर राजनीतिक आलोचनाओं की पृष्ठभूमि में ठाकरे ने लोगों को भरोसा दिया कि वह राजनीतिक संकट से भी लड़ेंगे। ठाकरे ने कहा कि राजनीति पर जवाब देने के लिए मुझे मुख्यमंत्री का मुखौटा उतारना होगा। मैं नहीं बोलता, इसका यह मतलब नहीं कि मेरे पास जवाब नहीं है।
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