पिछले कुछ महीनों के दौरान सीमेंट कीमतों में गिरावट के बाद, सभी की नजरें सितंबर के अंत या अक्टूबर के शुरू में होने वाली कीमत वृद्घि पर लगी हुई हैं। यह घरेलू सीमेंट निर्माताओं के मुनाफे, आय और शेयर मूल्यांकन के लिए भी महत्वपूर्ण है। विश्लेषकों के अनुमानों से पता चलता है कि पूरे भारत में सीमेंट की औसत कीमत अगस्त में 50 किलोग्राम प्रति बैग के हिसाब से 2 प्रतिशत नीचे आईं। रिलायंस सिक्योरिटीज के बिनोद मोदी का मानना है कि सीमेंट कीमतें लगातार तीन महीनों से गिरी हैं और पूर्वी क्षेत्र में मासिक आधार पर 3.7 प्रतिशत की भारी कीमत वृद्घि दर्ज की गई, जिसके बाद मध्य (2.1 प्रतिशत गिरावट) और उत्तर (1.9 प्रतिशत गिरावट) क्षेत्रों का स्थान रहा। विश्लेषकों का कहना है कि हालांकि सीमेंट कीमतें खुदरा स्तरों पर गिरी हैंं, लेकिन मॉनसून सीजन के प्रभाव से गैर-व्यापार परियोजना सेगमेंट में भी कीमतें नीचे आई हैं। श्रम उपलब्धता में कुछ सुधार से हालांकि गैर-व्यापार सेगमेंट में सीमेंट की मांग सुधरी है। हालांकि कंपनियां सीमेंट बिक्री बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं, जिससे गैर-व्यापार सेगमेंट में कीमतों में बड़ी गिरावट आई। ऐसे समय में जब मांग कमजोर है, कीमत सुधार सीमेंट उत्पादाकों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। प्राप्तियों के साथ साथ, कमजोर उत्पादन कीमतों से भी सीमेंट निर्माताओं को जून तिमाही में अच्छा मुनाफा दर्ज करने में मदद मिली। जेएम फाइनैंशियल के अनुसार, 14 सूचीबद्घ कंपनियों के आंकड़े से संकेत मिलता है कि जून तिमाही में औसत प्राप्तियां सालाना आधार पर 1.7 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 8.8 प्रतिशत सुधरीं। इसका मतलब है कि ऊंचे आधार और मांग से संबंधित चुनौतियों के बावजूद प्रति टन औसत एबिटा वृद्घि सालाना आधार पर 7 प्रतिशत दर्ज की गई। हालांकि सितंबर तिमाही में हालात में कुछ बदलाव आ सकता है। पेटकोक हाजिर कीमतें जून तिमाही में 70 डॉलर से बढ़कर 85-90 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गईं। हालांकि ऊंची पेटकोक कीमतों का प्रभाव महसूस किया जाएगा, क्योंकि पुरानी कीमत के अनुबंध कुछ समय के लिए बरकरार रहेंगे, और कंपनियों के लिए लॉजिस्टिक लागत में इजाफा देखा जा रहा है। येस सिक्योरिटीज के कुणाल शाह ने सितंबर तिमाही के लिए लॉजिस्टिक लात में 7-10 प्रतिशत की वृद्घि का अनुमान जताया है। उनका मानना है कि सीमेंट उत्पादाकों का प्रति टन लाभ प्रभावित हो सकता है। ऊर्जा और लॉजिस्टिक खर्च सीमेंट निर्माताओं के लिए दो प्रमुख लागत घटक हैं और लात दबाव घटाने के लिए कीमत वृद्घि जरूरी है। मांग परिदृश्य मौजूदा समय में ज्यादा मजबूत नहीं है। हालांकि श्रम उपलब्धता में सुधार और मॉनसून सीजन की समाप्ति सकारात्मक हैं, लेकिन डिस्क्रेशनरी खर्च को लेकर चिंताएं बरकरार हैं जिससे सीमेंट की मांग प्रभावित हो सकती है। केयर रेटिंग्स के अनुसार, आवास खंड में वृद्घि प्रभावित होने की आशंका है क्योंकि वित्त वर्ष 2021 के दौरान नई आवासीय परियोजनाओं, बिक्री और नए पट्टों की रफ्तार पूरी तरह सुधरने की संभावना नहीं है और रियल्टर सिर्फ पिछली परियोजनाएं पूरी करने और मौजूदा परियोजनाओं की बिक्री पूरी करने पर ही ज्यादा ध्यान देंगे। अल्ट्राटेक सीमेंट, अंबुजा सीमेंट्स, और एसीसी के शेयर अगस्त के ऊंचे स्तरों से 6-10 प्रतिशत नीचे हैं। हालांकि श्री सीमेंट जुलाई के शुरू से ही कमजोर बना हुआ है। क्रेडिट सुइस का कहना है कि अल्ट्राटेक सीमेंट्स (वित्त वर्ष 2022 के 23 गुना के उचित पीई और 11.8 गुना के ईवी/एबिटा) के मुकाबले श्री सीमेंट पर वित्त वर्ष 2022 के 39 गुना पीई अनुपात और वित्त वर्ष 2022 की 15.5 गुना के उद्यम वैल्यू/एबिटा के ऊंचे मूल्यांकन को देखते हुए ज्यादा दबाव देखा जा सकता है।
