सरकार ने दोपहिया वाहनों के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर में कटौती के लिए वाहन उद्योग को आश्वस्त किया है। इससे दोपहिया विनिर्माताओं और निवेशकों में काफी उत्साह देखा गया। कंपनियों ने उम्मीद जताई है कि यदि इस प्रस्ताव को जीएसटी परिषद से हरी झंडी मिल जाती है तो त्योहारी सीजन से पहले मांग में निश्चित तौर पर तेजी आएगी। साथ ही इससे वाहन उद्योग को तमाम मोर्चों पर सुधार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। अधिकतर कंपनियों के दोपहिया वाहनों की बिक्री में जून से ही मासिक आधार पर सुधार दिख रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि दोपहिया वाहनों के लिए कर की दरें कम करने संबंधी वाहन उद्योग की मांग पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद विचार करेगा। दोपहिया वाहनों के लिए जीएसटी की दर फिलहाल 28 फीसदी है। चूंकि दोपहिया वाहन न तो लक्जरी है और न ही अहितकर उत्पाद। इसलिए दर में कटौती की गुंजाइश बनती है। सीमारमण ने कहा कि इसलिए जीएसटी परिषद में इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर कंपनी, बजाज ऑटो और रॉयल एनफील्ड जैसी दोपहिया बनाने वाली कंपनियों के अधिकारियों ने सरकार की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यदि दोपहिया वाहनों के लिए जीएसटी दर को घटा कर 18 फीसदी कर दिया जाता है तो बिक्री को जबरदस्त रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल दोपहिया वाहनों की बिक्री बढ़ेगी बल्कि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने और रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी। विनिर्माता जीएसटी दर में कटौती का पूरा लाभ खरीदारों को देगी। जीएसटी दर में 10 फीसदी की कटौती किए जाने से कीमत में 8 से 10 हजार रुपये तक की कमी आएगी। दोपहिया बनाने वाली कंपनियों के अधिकारियों ने यह भी कहा कि जीएसटी दर में तत्काल कटौती किए जाने से अधिक फायदा होगा क्योंकि देरी किए जाने से खरीदारों, डीलरों और विनिर्माताओं के बीच अनिश्चितता का माहौल पैदा हो जाएगा। खरीदार कीमत में कटौती की उम्मीद में अपनी खरीद योजना फिलहाल टालने लगेंगे। बजाज ऑटो के सीईओ राकेश शर्मा ने कहा, 'हम कोविड-19 के प्रभाव से अभी उबर ही रहे हैं। बिक्री को अटकी हुई मांग और व्यक्तिगत मोबिलिटी से रफ्तार मिल रही है। ऐसे में यदि जीएसटी को लेकर कोई भी संशय बरकरार रहा तो सुधार की पूरी रफ्तार बाधित हो सकती है।' उन्होंने कहा कि उद्योग को सबसे अधिक निश्चिचता की जरूरत है। टीवीएस मोटर के संयुक्त प्रबंध निदेशक सुदर्शन वेणु ने भी बजाज के शर्मा से सहमति जताई। उन्होंने कहा, 'हम जीएसटी दर में जल्द कटौती की उम्मीद कर रहे हैं ताकि बाजार में कोई अनिश्चितता न रहे। इससे पूरी आपूर्ति शृंखला और ग्राहकों के लिए चीजें स्पष्ट रहेंगी।' रॉयल एनफील्ड के सीईओ विनोद दासारी ने कहा, 'सरकार को जल्द से जल्द इसकी घोषणा करनी चाहिए और कटौती भारत में बनी मोटरसाइकिल की पूरी शृंखला पर प्रभावी होनी चाहिए।'
