लक्जरी कार कंपनी मर्सिडीज बेंज इंडिया का कहना है कि जुलाई की बिक्री में सुधार के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं लेकिन उसे कोविड से पहले के स्तर तक पहुंचने में थोड़ा समय लगेगा। कंपनी ने कहा है कि वह नए मॉडलों को बाजार में उतारने की अपनी योजना में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया है। मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ मार्टिन श्वेंक ने कहा, 'ग्राहक धारणा में सुधार के शुरुआती संकेत दिखने के साथ ही हम काफी सकारात्मक लेकिन सतर्क हैं। यह एक बार फिर जुलाई की बिक्री में रेखांकित हुआ है खासकर मौजूदा परिस्थितियों में। इससे केवल इतना पता चलता है कि बाजार में काफी अटकी हुई मांग है और स्थिति के सामान्य होने पर हमें मांग में धीरे-धीरे सुधार दिखेगा।' कंपनी ने जनवरी से जून 2020 की अवधि में 2,948 वाहनों की बिक्री की जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 6,561 वाहनों का रहा था। कोविड वैश्विक महामारी के कारण बाजारों के बंद होने से मुख्य तौर पर बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने जुलाई के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है लेकिन वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) की ओर से हाल में खुदरा बिक्री के आंकड़े जारी किए गए थे। फाडा के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई 2020 में मर्सिडीज बेंज ने 418 वाहनों की बिक्री की जबकि जुलाई 2019 में उसने 786 वाहनों की बिक्री की थी। इसी प्रकार जुलाई 2020 में बीएमडब्ल्यू ने 258 वाहनों की बिक्री की जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 685 वाहनों की बिक्री हुई थी। जून की बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी करीब 57 फीसदी रही। कंपनी ने केवल दूसरी तिमाही में अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये 8,000 से अधिक पूछताछ दर्ज की। श्वेंक ने कहा, 'मई के बाद मासिक आधार पर दो अंकों में वृद्धि हासिल होने से त्योहारी सीजन को लेकर हमारा विश्वास बढ़ा है। जीएलई, जीएलएस और जीएलसी जैसे हमारे नए मॉडलों और विश बॉक्स 2.0 जैसी ग्राहक केंद्रित फाइनैंस व्यवस्था से मुख्य तौर पर वृद्धि को रफ्तार मिलेगी।' कंपनी ने कहा है कि वह ईक्यू ब्रांड के तहत अपने नए इलेक्ट्रिक वाहन को त्योहारी सीजन के आसपास बाजार में उतारेगी। कंपनी के पुरानी कारों की बिक्री में भी काफी तेजी दिख रही है।
