हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने जून तिमाही में 600 करोड़ रुपये का एकीकृत कर पूर्व नुकसान दर्ज किया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में उसे 1,556 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ हुआ था। महामारी के बीच कम राजस्व व कुछ विशेष खर्च के कारण लाभ पर असर पड़ा। तिमाही में कंपनी की एकीकृत शुद्ध बिक्री 15.6 फीसदी घटकर 25,283 करोड़ रुपये रह गई क्योंकि कोविड-19 के प्रसार से तिमाही की शुरुआत में स्मेल्टर बंद रहे और बिक्री से मिलने वाली रकम पर भी कमजोर मांग की चोट पड़ी। तिमाही की शुरुआत में नोवेलिस को अस्थायी तौर पर कुछ संयंत्र बंद करने पड़े थे ताकि उपभोक्ता मांग के साथ उसे जोड़ा जा सके और परिचालन लागत में कमी लाई जा सके। हालांकि कई ग्राहकों ने मई में उत्पादन बहाल कर दिया, लिहाजा नोवेलिस बढ़ते ऑर्डर को पूरा करने के लिए उत्पादन में तेजी लाने में सक्षम हुई। आज उसके सभी संयंत्र परिचालन में हैं और उनमें से कई पूरी उत्पादन क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। कंपनी की विज्ञप्ति में ये बातें कही गई है। समीक्षाधीन तिमाही में आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ने महामारी राहत कोष में दान और महामारी के दौरान कर्मियोंं के योगदान पर उन्हें बोनस देने पर 419 करोड़ रुपये खर्च किए। विशेष खर्च के बिना कंपनी का कर पूर्व नुकसान जून तिमाही में 184 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल की समान अवधि में उसे 1,577 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस अवधि में कंपनी का एकीकृत शुद्ध नुकसान 709 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के भारतीय एल्युमीनियम कारोबार का एबिटा जून तिमाही में 856 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 853 करोड़ रुपये रहा था। तांबा कारोबार का एबिटा 37 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 307 करोड़ रुपये रहा था। एकल आधार पर कंपनी का नुकसान 40 करोड़ रुपये रहा जबकि कर पूर्व नुकसान 66 करोड़ रुपये। महामारी के बीच अनिश्चितता को देखते हुए कंपनी ने वित्त वर्ष 21 में हिंडाल्को के लिए पूंजीगत खर्च घटाकर 1,500 करोड़ रुपये कर दिया है और नोवेलिस व एलेरिस को मिलाकर उसे 45 लाख डॉलर पर रखा गया है।एमआरएफ का कर पूर्व लाभ घटा टायर बनाने वाली कंपनी एमआरएफ का कर पूर्व लाभ जून तिमाही में 93 फीसदी की गिरावट के साथ 27.90 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 411.5 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का राजस्व इस अवधि में करीब 45 फीसदी की गिरावट के साथ 2,403.57 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,409.50 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने कहा, कोविड-19 महामारी ने कारोबारी माहौल और अर्थव्यवस्था पर काफी ज्यादा असर डाला है। महमारी के असर को कम करने के लिए सरकार ने 24 मार्च, 2020 को राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन का ऐलान किया था, जिसके कारण समूह के संयंत्र, कार्यालय और गोदाम बंद रहे। जून तिमाही में कुल आय में गिरावट दर्ज हुई।प्रेस्टीज एस्टेट्स का मुनाफा 99 फीसदी घटा रियल्टी कंपनी प्रेस्टीज एस्टेट्स ने शुक्रवार को कहा कि जून में खत्म हुई चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 99 फीसदी घटकर 1.6 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण उसकी आमदनी प्रभावित हुई। एक साल पहले की समान अवधि में उसका शुद्ध लाभ 115.3 करोड़ रुपये रहा था। प्रेस्टीज एस्टेट्स ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय घटकर 1,296.3 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,567.4 करोड़ रुपये रही थी।वोल्टास का लाभ घटा टाटा समूह की एयर कंडीशनिंग और इंजीनियरिंग सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी वोल्टास ने शुक्रवार को कहा कि जून 2020 को समाप्त तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 50.83 फीसदी घटकर 81.77 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण उसके कारोबार पर असर पड़ा। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 166.32 करोड़ रुपये का संचयी शुद्ध लाभ हासिल किया था। कुल आय 49.41 फीसदी घटकर 1,364.34 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 2,697.27 करोड़ रुपये थी। भाषा इंडियन बैंक को जून तिमाही में लाभ इंडियन बैंक का कर पूर्व लाभ जून तिमाही में 614.22 करोड़ रुपये रहा। इंडियन बैंक की पहली तिमाही के नतीजों की सालाना व तिमाही आधार पर तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि उसके साथ इलाहाबाद बैंक का विलय हुआ है। संयुक्त इकाई की कुल आय 11,466 करोड़ रुपये रही। बैंक का परिचालन लाभ 23 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,753 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,234 करोड़ रुपये रहा था। इंडियन बैंक की प्रबंध निदेशक और सीईओ पद्मजा चुंडरू ने कहा कि एकीकरण के बाद पहली तिमाही का प्रदर्शन काफी संतोषजनक रहा है। आय, लागत और लाभ जैसे प्रमुख मानकों में सालाना और तिमाही आधार पर सुधार दर्ज हुआ है। बीएस
