बेंगलूरु की कंपनी प्रेस्टीज ने एस्टेट्स वैश्विक फंड मैनेजर ब्लैकस्टोन को बेचने के लिए जिस आकार की वाणिज्यिक परिसंपत्तियां विकसित करने की योजना बनाई थी अब उसके मुकाबले दोगुने आकार की वाणिज्यिक परिसंपत्तियां विकसित करने की योजना बना रही है। इस मामले से अवगत सूत्रों ने बताया कि प्रेस्टीज के पास करीब 3 करोड़ वर्ग फुट कीनई ऑफिस परिसंपत्ति और करीब 50 लाख वर्ग फुट की नई मॉल परिसंपत्ति विकास के विभिन्न चरणों में हैं। ये परियोजनाएं दिल्ली, बेंगलूरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई आदि शहरों में हैं। ब्लैकस्टोन करीब 2 करोड़ वर्ग फुट वाणिज्यिक जगह के अधिग्रहण की योजना बना रही है जिसमें 1.6 करोड़ वर्ग फुट तैयार और पूरी तरह पट्टा आधारित परिसंपत्ति है। हालिया रिपोर्टों से इसका खुलासा हुआ है। एक सूत्र ने बताया कि कंपनी भविष्य में पीई फंडों के साथ करार करने की भी योजना बना रही है। उन्होंने कहा, 'वह अपना ऋण बोझ घटाने और नकदी प्रवाह सृजित करने के लिए इन परिसंपत्तियों की बिक्री कर रही है। तमाम बिक्री के बावजूद मौजूदा परिदृश्य में नई वृद्धि जारी रहेगी।' प्रेस्टीज ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। सूत्रों ने बताया कि ब्लैकस्टोन इन परिसंपत्तियों से लगातार आय और पूंजी में वृद्धि के बावजूद रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट के जरिये भविष्य में आकर्षक कीमत के साथ बाजार निकलने की संभावनाओं पर भी गौर कर रही है। प्रेस्टीज ने अपने मॉल में हिस्सेदारी की बिक्री सिंगापुर की कंपनी कैपिटललैंड को की थी जिसे बाद में उसने 342 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि कंपनी के पास फिलहाल 37 निर्माणाधीन रिहायशी परियोजनाएं भी हैं जिनका आकार करीब 4.4 करोड़ वर्ग फुट है। इसके अलावा बेंगलूरु, हैदराबाद और चेन्नई सहित विभिन्न शहरों में कुल करीब 3.03 करोड़ वर्ग मीटर क्षेत्र की 23 आगामी परियोजनाएं भी उसके पास मौजूद हैं। वर्ष 2018 में कंपनी ने सस्ती आवासीय परियोजनाओं के निर्माण के लिए एचडीएफसी कैपिटल के साथ मिलकर 2,500 करोड़ रुपये का प्लेटफॉर्म तैयार किया था। कंपनी ने अपनी स्थापना के बाद पिछले 25 वर्षों के दौरान रिहायशी पोर्टफोलियो में करीब 90 परियोजनाओं को पूरा किया है। पिछले कुछ महीनों के दौरान कोविड वैश्विक महामारी के प्रकोप के मद्देनजर अगस्त तक कंपनी ने अपनी परियोजनाओं को लॉन्च करने से परहेज करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने जनवरी में प्रेस्टीज फिन्सबरी पार्क को लॉन्च किया था जिसे काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। बेंगलूरु की इस रियल एस्टेट कंपनी का समेकित शुद्ध मुनाफा मार्च में समाप्त तिमाही के दौरान 64 फीसदी की गिरावट के साथ 51.1 करोड़ रुपये रह गया था। तिमाही के दौरान कंपनी ने 141.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। विश्लेषकों का कहना है कि पहली तिमाही में के दौरान कंपनी घाटा दर्ज कर सकती है क्योंकि ब्याज खर्च अथवा अवमूल्यन से उसके प्रदर्शन को झटका लग सकता है।
