मुंबई में तेज बारिश के कारण नवी मुंबई में स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) में क्षतिग्रस्त क्रेनों का बीमा सर्वे नहीं हो पा रहा है। बुधवार को तेज तूफान के कारण बंदरगाह के 9 शिप टु शोर क्रेनों में से 3 क्रेन ध्वस्त हो गए थे। जेएनपीटी के एक वरिष्ठ ट्रैफिक डिवीजन अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, 'इस समय हम अन्य 6 क्रेन की जांच करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं कि वे उचित तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं क्योंकि टर्मिनल पर आने को निर्धारित जहाजों के लिए 3 से 4 क्रेनों की जरूरत होगी।' उन्होंने कहा कि बीमा सर्वे के अधिकारी शुक्रवार को आएंगे, क्योंकि लगातार हो रही बारिश से सर्वे का काम करना इस समय संभव नहीं है। शिप टु शोर क्रेन को कंटेनर क्रेन के रूप में भी जाना जाता है, जो कंटेनर टर्मिनलों पर लगे होते हैं। इनसे कंटेनर जहाजों से इंटरमोडल कंटेनरों पर सामान चढ़ाने व उससे उतारने का काम होता है। अधिकारियों ने कहा, 'शेष 6 क्रेनों की संतोषजनक स्थिति है और क्रेन काम कर रहे हैं। टर्मिनल पूरी तरह तैयार है। 3 क्रेनों के क्षतिग्रस्त होने से परिचालन संबंधी कोई व्यवधान नहीं होगा।' सभी 3 क्रेन जवाहरलाल नेहरू पोर्ट कंटेनर टर्मिनल (जेएनपीसीटी) पर ध्वस्त हुए हैं, जो पोर्ट के अपने टर्मिनल है। अधिकारी ने कहा, 'जेएनपीसीटी पर सप्ताह में करीब 4 वेसेल आते हैं और हमने उन्हें ऐसे तरीके से लगाने की जगह बनाई है, जिससे काम कर रहे क्रेन से कामकाज हो सके।'
