वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण कारोबारी परिदृश्य में आई चुनौतियों से निपटने के लिए विदेश व्यापार महानिदेशलय में तमाम बदलाव किया जा रहा है। विदेश व्याापार महानिदेशक अमित यादव ने कहा, 'इस साल के अंत तक हम उम्मीद करते हैं कि बदलाव का काम पूरा कर लिया जाएगा और तमाम चुनौतियों और कारोबारी बाधाओं का समाधान कर लिया जाएगा, जिससे कारोबार सुगम हो सके।' उन्होंने यह भी कहा कि डीजीएफटी पोर्टल, वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशालय के पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा, जिससे सरकार की नीतियों की स्पष्ट तस्वीर और आयात निर्यात के आंकड़े व प्रक्रियाएं सामने आ सकें। निर्यातक लंबे समय से डीजीएफटी पोर्टल को और ज्यादा समग्र किए जाने व ऑनलाइन सेवाएं और ज्यादा ग्राहक केंद्रित किए जाने की मांग कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईएससी) की ओर से आयोजित एक वेबिनॉर को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि उद्योग अब आयात कम करने व निर्यात बढ़ाने की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी वेंटिलेटर की कमी है और अब ध्यान विनिर्माण क्षमता बढ़ाने और उनके निर्यात पर ज्यादा होगा। उन्होंने कहा कि कुछ और इलेक्ट्रॉनिक्स और हॉर्डवेयर सामान सरकार के राडार पर हैं, जिनका घरेलू विनिर्माण व निर्यात बढ़ाया जाएगा। डीजीएफटी इलेक्ट्रॉनिक पुर्जा क्षेत्र में तेज विकास पर जोर दे रहा है, जिससे मजबूत बैकवर्ड व फॉरवर्ड लिंकेज की राह बनाई जा सके। इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बनाए जाने के उद्योग से सुझाव पर यादव ने कहा कि समस्या के बिंदुओं को समझने और उन्हें दूर करने की कवायद की जा रही है। भारत द्वारा विश्व व्यापार संगठन के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद कुछ उत्पादों का आयात सस्ता हुआ है।
