ट्रैक्टर विनिर्माताओं ने जुलाई में भी दमदार बिक्री जारी रखी। किसानों को सरकार की ओर से नकदी मदद, खरीफ की अच्छी बुवाई और जून-जुलाई में सामान्य मॉनसून से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला। कंपनियों को आपूर्ति शृंखला संबंधी बाधाएं दूर होने के बाद अगस्त में पूरी क्षमता पर उत्पादन होने की उम्मीद है। कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए किए गए देशव्यावी लॉकडाउन के कारण इन दो महीनों के दौरान आपूर्ति शृंखला बाधित हो गई थी। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की इकाई फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस) की ट्रैक्टरों की बिक्री जुलाई में 27 फीसदी बढ़कर 25,402 वाहन हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 19,992 वाहन रही थी। जुलाई में घरेलू बाजार में ट्रैक्टरों की बिक्री 28 फीसदी बढ़कर 24,463 वाहन रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 19,174 वाहन रही थी। एस्कॉट्र्स की बिक्री जुलाई में 9.5 फीसदी बढ़कर 5,322 ट्रक्टरों की रही जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,860 ट्रैक्टरों की रही थी। घरेलू बाजार में कंपनी के ट्रैक्टरों की बिक्री 9.9 फीसदी बढ़कर 4,505 से 4,953 ट्रैक्टरों की हो गई। जबकि कंपनी के ट्रैक्टरों का निर्यात 3.9 फीसदी बढ़कर 369 ट्रैक्टरों का हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 355 ट्रैक्टरों का रहा था। सोनालिका ट्रैक्टर्स की घरेलू बाजार की बिक्री 71.7 फीसदी बढ़कर 8,219 ट्रैक्टरों की रही। कंपनी ने निर्यात को मिलाकर कुल 10,223 ट्रैक्टरों की बिक्री की। इसके तुलनात्मक आंकड़े उपलब्ध नहीं थे। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के अध्यक्ष (फार्म इक्विपमेंट सेक्टर) हेमंत सिक्का ने कहा, 'यह जुलाई की हमारी अब तक की सर्वाधिक बिक्री रही। किसानों को सरकार से नकदी मदद, खरीफ की अच्छी बुवाई, जून-जुलाई के दौरान अच्छे मॉनसून और ग्रामीण क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे लगातार खर्च के कारण पैदा हुई सकारात्मक धारणा के बल पर मांग की रफ्तार बरकरार रहने की उम्मीद है।' एस्कॉट्र्स ने कहा कि जुलाई में कंपनी आपूर्ति शृंखला में व्यवधान जैसी चुनौतियों से जूझ रही थी। परिणामस्वरूप संयंत्र की परिचालन क्षमता घटकर करीब 50 रह गई थी। लेकिन जुलाई के अंत में स्थिति में सुधार हुआ और इससे कंपनी को उम्मीद है कि अगस्त 2020 के मध्य तक परिचालन पूरी क्षमता पर लौट आएगा। सोनालिका ग्रुप के कार्यकारी निदेशक रमण मित्तल ने कहा कि तमाम कारणों से ट्रैक्टरों की मांग और किसानों की धारणा में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि उपयुक्त न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि, अनुकूल मॉनसून और बंपर उपज जैसे कारकों से ट्रैक्टरों की मांग को रफ्तार मिली। उन्होंने कहा, 'सकारात्मक धारणा फिलहाल जारी रहने की उम्मीद है और हम उसे भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।'एनएमडीसी का उत्पादन बढ़ा प्रमुख खनन कंपनी एनएमडीसी ने जुलाई 2020 के दौरान अपने उत्पादन में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 13 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। महीने के दौरान कंपनी की बिक्री 7 फीसदी बढ़ी। महीने के दौरान कंपनी का उत्पादन 2.19 एमटी रहा जबकि जुलाई में बिक्री 2.57 एमटी की रही। पिछले साल जुलाई में कंपनी का उत्पादन 1.94 एमटी रहा था जबकि बिक्री 2.41 एमटी रही थी। जुलाई 2020 में छत्तीसगढ़ परियोजना के तहत 15.6 लाख टन उत्पादन हुआ जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 11.6 लाख टन रहा था। इस प्रकार उत्पादन में 35 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। एनएमडीसी ने जुलाई 2020 में 19 लाख टन लौह अयस्क की रिकॉर्ड की बिक्री की जबकि जुलाई 2019 में उसने 16 लाख टन लौह अयस्क की बिक्री की थी। बीएस
