आईपीएल में विज्ञापन दरें कम नहीं करेगी स्टार डिज्नी | सुरजीत दास गुप्ता / नई दिल्ली August 03, 2020 | | | | |
कोविड-19 के दौरान विज्ञापन खर्च में सुस्ती के बावजूद स्टार डिज्नी ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में टीवी और ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए आने वाले विज्ञापनों की दरों में कमी नहीं करने का फैसला किया है। आगामी आईपीएल का आयोजन सितंबर में दुबई में होगा।
इस प्रसारक कंपनी ने बड़े विज्ञापनदाताओं के सााथ चर्चा में अपना यह रुख जाहिर किया है। इसने विज्ञापनदाताओं को आश्वस्त किया है कि आईपीएल के लिए अपने 60 मैचों में रिकॉर्ड दर्शक बटोरने में कोई दिक्कत नहीं है। आईपीएल के मैच दशहरे से शुरू होने वाले त्योहारी सीजन में होंगे, जिसे बिक्री में वृद्धि के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण समय माना जाता है।
स्टार डिज्नी का अनुमान है कि जो भी विज्ञापन देना चाह रही है, वह आईपीएल को चुनेगी। इसकी वजह यह है कि दर्शकों का आईपीएल से जुड़ाव अधिक है और दर्शकों की तादाद भी काफी बड़ी होती है। इसके अलावा बीसीसीआई ने कंपनी को 3,270 करोड़ रुपये की उस राशि में कोई रियायत नहीं दी है, जो उसे आईपीएल के प्रसारण और डिजिटल अधिकारों के लिए चुकानी होगी।
विज्ञापनदाताओं के मुताबिक यह प्रसारक कंपनी 10 सेकेंड के विज्ञापन के लिए औसतन आठ से 10 लाख रुपये वसूलती है। यह देश में किसी कार्यक्रम में विज्ञापन की सबसे अधिक दर है।
विश्लेषकों के मुताबिक पिछले साल स्टार डिज्नी का विज्ञापन राजस्व करीब 3,000 करोड़ रुपये रहा था। सूत्रों का कहना है कि वह पिछले साल के आंकड़े को छू पाती है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि त्योहारी सीजन के दौरान अर्थव्यवस्था में कैसी उछाल आती है। वाल्ट डिज्नी कंपनी एपीएसी के अध्यक्ष और स्टार ऐंड डिज्नी इंडिया के चेयरमैन उदय शंकर ने कहा, 'टीवी और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आईपीएल की हमारी दर्शक संख्या साल दर साल बढ़ी है और उसमें इस साल भी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा जो कंपनी विज्ञापन देने के बारे में विचार कर रही है, उसके लिए आईपीएल सबसे अच्छा और सबसे प्रभावी प्लेटफॉर्म है।'
शंकर ने कहा कि मैदान में बिना प्रशंसकों के मैच कराने के फैसले से यह नई रचनात्मक चुनौती पैदा होती है दर्शकों के अनुभव को कैसे बेहतर बनाया जाए। कंपनी की रचनात्मक टीम इस पर काम कर रही है। हालांकि आईपीएल के लिए एक अहम चुनौती खिलाडिय़ों और खेल से जुुड़े अन्य लोगों की सुरक्षा है ताकि मैचों में कोई बाधा पैदा न हो।
बार्क के आंकड़ों के मुताबिक 2019 के आईपीएल को करीब 42.4 करोड़ से अधिक दर्शकों ने देखा था, जो टीवी की कुल दर्शक आबादी का 51 फीसदी हैं। अन्य 9 फीसदी लोगों ने आईपीएल रेस्टोरेंटों, पब और होटल आदि में देखा था।
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर 30 करोड़ से अधिक लोगों ने आईपीएल के लाइव मैच देखे। इसके अलावा स्टेडियम में क्रिकेट देखने वाले एक फीसदी दर्शक भी अब टीवी और ओटीटी पर आ रहे हैं। यह डिज्नी के लिए फायदेमंद रहेगा।
हालांकि विज्ञापनदाताओं का कहना है कि आईपीएल को सितंबर में ही रिलीज होने वाले कुछ लोकप्रिय कार्यक्रमों से कड़ी टक्कर मिलेगी। इन कार्यक्रमों में केबीसी, बिग बॉस और इंडियन आइडल शामिल हैं। इनमें भी 10 सेकंड्स के विज्ञापन की दर करीब 2.5 लाख से तीन लाख रुपये है। इसके अलावा ये कार्यक्रम विज्ञानदाताओं को ज्यादा किफायती भी लग सकते हैं।
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