भारतीय मौसम विभाग ने आज अपने अनुमान में कहा है कि इस साल दक्षिण पश्चिम मॉनसून सत्र के दूसरे आधे हिस्से में बारिश सामान्य रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि अगस्त महीने में बारिश दीर्घावधि औसत (एलपीए) की तुलना में 97 प्रतिशत रहने की संभावना है, जो सामान्य है। इसमें 9 प्रतिशत का धनात्मक या ऋणात्मक त्रुटि हो सकती है। अगस्त और सितंबर महीने में भारत में करीब 43 मिलीमीटर बारिश होती है। शुरुआती दो महीनों जून और जुलाई में बेहतर बारिश हुई थी, जबकि जुलाई में रफ्तार थोड़ी सुस्त हो गई। अच्छी बारिश से उत्साहित किसानों ने देश भर में खरीफ फसलों की बेहतर बुआई की और 31 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक बुआई का रकबा पिछले साल की तुलना में करीब 14 प्रतिशत ज्यादा है। इसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी मूंगफली, अरंडी, मूंग, उड़द और बाजरे के रकबे में हुई है।
