रिलायंस को मिला डिजिटल से दम | बीएस संवाददाता / नई दिल्ली July 30, 2020 | | | | |
निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का कर पूर्व मुनाफा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 6 फीसदी घटकर 13,508 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का कर पूर्व मुनाफा 14,366 करोड़ रुपये था। हालांकि बीपी को हिस्सेदारी बेचने और जियो प्लेटफॉम्र्स में हिस्सेदारी बिक्री से एकमुश्त आय की वजह से जून 2020 तिमाही में आरआईएल का शुद्घ मुनाफा पिछले साल की समान अवधि के 10,141 करोड़ रुपये से 31 फीसदी बढ़कर 13,248 करोड़ रुपये रहा। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय 95,629 करोड़ रुपये रही। पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी की आय 1,65,199 करोड़ रुपये रही थी। आय कम होने के बावजूद शुद्घ मुनाफा बढऩे से कंपनी के मार्जिन में सुधार के संकेत मिलते हैं।
ब्याज और कर पूर्व आय में पेट्रोलियम, रिफाइनिंग, तेल एवं गैस तथा रिटेल कारोबार से होने वाली प्राप्तियां घटी हैं जबकि डिजिटल सेवाओं से इसकी आय 4,708 करोड़ रुपये बढ़ी है। जून 2020 तिमाही में रिलायंस जियो का शुद्घ मुनाफा 183 फीसदी बढ़कर 2,520 करोड़ रुपये रहा, वहीं परिचालन आय 33.7 फीसदी बढ़कर 16,557 करोड़ रुपये रही।
आरआईएल ने कहा कि कोविड महामारी के कारण भारत और दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुईं हैं। कंपनी ने कहा, 'कोविड के कारण समूह के परिचालन और राजस्व पर भी असर पड़ा है। समूह ने कोविड के कारण कारोबार पर पडऩेे वाले संभावित असर का आकलन किया था और अनंकेक्षित एकीकृत नतीजों में इसका ध्यान रखा था।' हालांकि कोविड से कारोबार पर कितना असर पड़ा है, इसका खुलासा कंपनी ने नहीं किया।
जून 2020 तिमाही के नतीजों में आरआईएल को अन्य क्षेत्रों से होने वाली आय को भी शामिल किया गया है। इनमें रिलायंस बीपी मोबिलिटी में 49 फीसदी हिस्सेदारी बीपी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट को बेचने से मिले 4,966 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
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