मोंडलीज ने जून में की वापसी | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई July 30, 2020 | | | | |
कैडबरी ब्रांड के तहत चॉकलेट बाजार में मौजूद प्रमुख कॉन्फेक्शनरी कंपनी मोंडलीज ने आज कहा कि वह अप्रैल और मई के दौरान भारत में कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण पैदा हुए व्यवधान से उबर चुकी है। जून में कंपनी ने अपनी बिक्री में मध्य एकल अंक में वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी ने उम्मीद जताई है कि चालू कैलेंडर वर्ष की दूसरी छमाही पहली के मुकाबले बेहतर रहेगी क्योंकि लॉकडाउन संबंधी पाबंदियों में ढील दी गई है। कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी डिर्क वान डे पुट ने कहा कंपनी स्थिति पर करीबी नजर रख रही है। मोंडलीज भारत में चॉकलेट बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। करीब 12,000 करोड़ रुपये के घरेलू चॉकलेट बाजार में मोंडलीज की बाजार हिस्सेदारी 65 फीसदी है।
वान डे पुट ने कहा कि जून में दिखी बिक्री रफ्तार जुलाई में भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी को चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान राजस्व में 6 से 8 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि दूसरी छमाही के दौरान सुधार के संकेत दिख रहे हैं। मोंडलीज जनवरी से दिसंबर की अवधि को लेखा वर्ष मानती है।
वान डे पुट ने कहा, 'भारतीय कारोबार ने जून में मध्य एकल अंक में वृद्धि दर्ज करने से पहले अप्रैल और मई के दौरान लॉकडाउन संबंधी व्यवधान और स्टोर बंद होने के कारण दो अंकों में गिरावट दर्ज की थी। जुलाई में वृद्धि बेहतर रहने के आसार हैं। लेकिन क्या भारतीय इकाई आगामी महीनों के दौरान दो अंकों की वृद्धि राह पर लौट आएगी? संभवत: नहीं। लेकिन यदि भारत में हम 6 से 8 फीसदी राजस्व वृद्धि हासिल करते हैं तो वह पर्याप्त रहेगी।'
भारत में मोंडलीज चॉकलेट के अलावा बिस्कुट (ओरियो), गम्स, कैडी एवं बेवरिजेस (बॉर्नविटा/टैंग) बाजार में भी मौजूद है। वैश्विक स्तर पर वह अपने तमाम ब्रांडों के साथ व्यापक शृंखला में मौजूद है। कंपनी अपने अन्य वैश्विक ब्रांडों को भी भारतीय बाजार में उतार सकती है जो बाजार में मौजूद क्षमता एवं वृद्धि संबंधी उसके आकलन पर निर्भर करेगा।
पिछले महीने कंपनी ने अपने कैडबेरी ब्रांड के तहत केक को बाजार में उतारकर बेकरी बाजार में भी दस्तक दी है। इससे पहले कंपनी ने अपने इस प्रमुख ब्रांड का विस्तार कुकीज श्रेणी में भी किया था क्योंकि कंपनी को नए स्नैक्स विकल्प के साथ उपभोक्ताओं के आकर्षित होने की उम्मीद है।
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