डीजल की होम डिलिवरी के लिए स्टार्टअप का सहारा | शाइन जैकब / नई दिल्ली July 26, 2020 | | | | |
देश में ईंधन की खुदरा बिक्री में उबर या ओला जैसी क्रांति नजर आ सकती है। तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) मोबाइल पेट्रोल पंपों के माध्यम हाई स्पीड डीजल (एचएसडी) की घर-घर आपूर्ति करने के लिए स्टार्टअप या फ्यूलएंट्स (ईंधन उद्यम) को अपने साथ जोडऩे की योजना बना रही हैं। उद्योग के विशेषज्ञों के मुताबिक मोबाइल पेट्रोल पंप से डीजल की बिक्री में करीब 9,000 करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना हैं।
तेल विपणन कंपनियों- इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन ने स्टार्टअप से फ्यूलएंट्स के तौर पर पंजीकृत होने के लिए अभिरुचि पत्र आमंत्रित किया है। तेल विपणन कंपनियों के पार्टनर के तौर पर पहले से ही इस क्षेत्र में मौजूद कंपनियां फ्यूटएंट्स के तौर पर चिह्नित किए जाने के बाद आधिकारिक तौर पर तेल की पुनर्विक्रेता बन जाएंगी। पहले से ही घरों तक डीजल की आपूर्ति करने वाली बड़ी कंपनियों में दिल्ली की फ्यूलबडी, पुणे स्थित रिपोस एनर्जी, नोएडा की पेपफ्यूल्स, बेंगलूरु की माईपेट्रोलपंप और दिल्ली की हमसफर शामिल हैं। उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि अगले 12 से 18 महीनों में इस क्षेत्र में रुचि दिखाने वाली कंपनियों को करीब 2,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो सकता है।
15 जुलाई को आईओसी ने कहा कि अभिरुचि पत्र मंगाने का उद्देश्य डीजल की घर-घर आपूर्ति सेवा को एक कारोबार के तौर पर स्थापित करने के लिए स्टार्टअप को पंजीकृत करना है।
रतन टाटा समर्थित स्टार्टअप रीपोस एनर्जी के मुख्य कार्याधिकारी चेतन वलुंज ने कहा, 'अंतिम गंतव्य तक आपूर्ति में सुधार लाने के लिए सरकार कम पूंजी वाले पेट्रोल पंपों को बढ़ावा दे रही है। इसे 20 से 30 लाख रुपये के छोटे से निवेश से परिचालित किया जा सकता है। हमें उम्मीद है कि कम से कम 30,000 नए उद्यमी फ्यूलएंट्स के तौर पर पंजीकरण कराएंगे, जिससे इस क्षेत्र में करीब 9,000 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। देश के 130 शहरों में पहले से हमारी मौजूदगी है और इस कदम के साथ हम और अधिक विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।' भारत में 2019-20 में डीजल की खपत 8.26 करोड़ टन रही थी।
अभिरुचि पत्र के दस्तावेज में कहा गया है कि यदि डीलर सहमति पत्र प्रदान करे और पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पेसो) के नियमों के मुताबिक खुदरा केंद्र पर मोबाइल वितरकों के लिए लदान की सुविधा मौजूद हो तो फ्यूटएंट्स आपूर्ति स्थल या खुदरा दुकानों का स्थान लेने में सक्षम होंगे।
फ्यूलबडी के सह संस्थापक अदनान किदवई ने कहा, 'यह कदम खुदरा बिक्री के क्षेत्र में उबर या ओला क्रांति की तरह साबित हो सकता है। इससे स्टार्टअप के लिए कुल डीजल बाजार का 30 फीसदी हिस्सा खुल जाएगा।'
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