कच्चे तेल के प्रसंस्करण में 8 प्रतिशत की वृद्धि | भाषा / July 24, 2020 | | | | |
घरेलू रिफाइनरियों ने जून महीने में ईंधन बनाने को लेकर कच्चे तेल के प्रसंस्करण में निरंतर बढ़ोतरी जारी रखी और पिछले महीने के मुकाबले इसमें 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह 'लॉकडाउन' पाबंदियों में ढील के बाद आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताता है। पेट्रोलियम मंत्रालय के गुरुवार को जारी आंकड़े के अनुसार करीब दो दर्जन रिफाइनरियों ने अप्रैल में 'लॉकडाउन' के कारण मांग कम होने से परिचालन दर कम कर 30 से 40 प्रतिशत कर दी थी। उन्होंने 'लॉकडाउन' के बाद जून महीने में 1.872 करोड़ टन कच्चे तेल का प्रसंस्करण कर उसे ईंधन में बदला। यह पिछले महीने 1.727 करोड़ टन के मुकाबले अधिक है। हालांकि पिछले साल जून में 2.05 करोड़ टन के मुकाबले कच्चे तेल का प्रसंस्करण 9 प्रतिशत कम है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) अपनी नौ रिफाइनरियों में धीरे-धीरे परिचालन दर बढ़ा रही है। कंपनी की रिफाइनरियों की क्षमता का उपयोग अप्रैल के पहले सप्ताह में घटकर 45 प्रतिशत पर आ गया था। जून महीने में परिचालन दर 97 प्रतिशत से ऊपर रही। आंकड़े के अनुसार हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की मुंबई और विशाखापत्तनम में विशाख रिफाइनरी ने 106 प्रतिशत की क्षमता पर काम किया। वहीं भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की रिफाइनरियों ने 84 प्रतिशत क्षमता पर काम किया।
हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लगातार चौथे माह जून महीने में भी कच्चे तेल के प्रसंस्करण में कटौती की। कंपनी गुजरात के जामनगर में दो बड़े तेल रिफाइनिंग परिसर का परिचालन करती है। कंपनी की दो रिफाइनरियों ने जून महीने में 83 प्रतिशत की क्षमता पर काम किए जबकि मई में 91.72 प्रतिशत क्षमता पर काम किया था। वहीं अप्रैल में 94.8 प्रतिशत क्षमता और मार्च में 95.4 प्रतिशत क्षमता पर रिफाइनरियों ने काम किए। आरआईएल की रिफाइनरियों ने जून महीने में 46 लाख टन कच्चे तेल का प्रसंस्करण किया जो मई के 53 लाख टन के मुकाबले कम है। इस साल जून में प्रसंस्कृत तेल पिछले वर्ष इसी माह के मुकाबले 15 प्रतिशत कम है।
रोसनेफ्ट समर्थित न्यारा एनर्जी की गुजरात के वडीनार में 2 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली रिफाइनरी ने जून महीने में 84.8 प्रतिशत क्षमता पर काम किया जबकि मई में इसने 91.9 प्रतिशत क्षमता पर काम किया था। देश में कच्चे तेल का उत्पादन जून में 6 प्रतिशत घटकर 25 लाख टन रहा। इसका कारण केयर्न परिचालित राजस्थान तेलफील्ड में 15 प्रतिशत कम तेल उत्पादन का होना है। आंकड़ों के अनुसार ओएनजीसी का उत्पादन इस दौरान 1.1 प्रतिशत घटकर 16.6 लाख टन रहा। प्राकृतिक गैस का उत्पादन जून महीने में 12 प्रतिशत घटकर 2.3 अरब घन मीटर (बीसीएम) रहा। इसका कारण उपयोगकर्ता उद्योगों के बंद होने से ओएनजीसी जैसी कंपनियों के उत्पादन में कटौती है। ऑयल ऐंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन का उत्पादन 9.4 प्रतिशत घटकर 1.8 बीसीएम रहा।
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