स्थानीय लॉकडाउन से चिंता | विवेट सुजन पिंटो और अर्णव दत्ता / मुंबई/नई दिल्ली July 24, 2020 | | | | |
उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र की शीर्ष वैश्विक कंपनियों- यूनिलीवर, कोका कोला और पेक्सिको आदि- ने भारत में स्थानीयकृत लॉकडाउन का अपने कारोबार पर प्रभाव को लेकर चिंता जताई है। जबकि देश में कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
केरल ने राज्य में कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण की पुष्टि पहले ही कर दी है जबकि केंद्र सरकार ने देश में इस प्रकार के संकेत मिलने से इनकार किया है। भारत में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 12 लाख के पार पहुंच चुकी है और भारत सर्वाधिक कोविड मरीजों की संख्या के लिहाज से अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है। देश में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए करीब 14 राज्यों ने स्थानीयकृत लॉकडाउन को लागू किया है।
यूनिलीवर के मुख्य कार्याधिकारी एलन जोप ने गुरुवार को कहा कि वह भारत में इस बीमारी की स्थिति को लेकर चिंतित है। उन्होंने जून तिमाही के लिए कंपनी के वित्तीय नतीजों की घोषणा करने के बाद निवेशकों से बातचीत में कहा, 'भारतीय बाजार की रफ्तार कोविड-19 वैश्विक महामारी शुरू होने पहले ही सुस्त पड़ गई थी।'
जोप ने कहा, 'हालांकि हम मांग परिदृश्य को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं क्योंकि हमारा 80 फीसदी कारोबार (भारत में) स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पोषण पर केंद्रित है। लेकिन हमें नहीं पता कि भारत में मौजूदा बाजार स्थितियों में बदलाव कब तक होगा। भारत में देशव्यापी लॉकडाउन के बाद अब स्थानीयकृत लॉकडाउन किया जा रहा है और कोई नहीं जानता कि वायरस की प्रतिक्रिया कैसी रहेगी।'
कोका-कोला कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी जेम्स क्विंसी ने मंगलवार को कहा कि स्थानीय लॉकडाउन व्यवसाय को ज्यादा प्रभावित कर रहा था। उन्होंने कहा, 'इसकी संभावना नहीं है कि सुधार एकसमान होगा। कई अनिश्चितताएं बनी हुई हैं जैसे, क्या भारत में लॉकडाउन बरकरार रहेगा। लॉकडाउन हटने के बाद कई बाजारों में लॉकडाउन फिर से लगा दिया गया, जिससे बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।'
पेप्सिको के चेयरमैन और मुख्य कार्याधिकारी रमन लगुआर्ता ने कहा कि भारत में अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि लॉकडाउन लग रहा है और समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा, 'हम अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों और भारत में महामारी में तेजी देख रहे हैं, इसलिए स्टोरों में ग्राहकों की संख्या भी प्रभावित हो रही है।' भारत पेप्सी और लेज की निर्माता पेप्सिको के लिए एक प्रमुख बाजार है। कंपनी ने हाल के वर्षों में फूड और बेवरेज, दोनों श्रेणियों में बड़ा निवेश किया है। जून तिमाही में पेप्सिको ने फूड और बेवरेज दोनों की बिक्री में दो अंक की गिरावट दर्ज की, क्योंकि इस अवधि में लोगों का घर से बाहर निकलना काफी कम हो गया था। इसके विपरीत प्रतिस्पर्धी कोका-कोला के लिए चीन और जापान के बाद भारत एशिया में तीसरा सबसे बड़ा और वैश्विक रूप से पांचवां सबसे बड़ा बाजार है। भारतीय इकाई को जून तिमाही में क्षेत्रीय व्यवसाय में कमजोर प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। इस अवधि में उसकी बिक्री में 18 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
दूसरी तरफ, यूनिलीवर के लिए, भारत मूल्य के संदर्भ में अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है और वैश्विक कंपनी के राजस्व में इस देश का करीब 10 प्रतिशत योगदान है।
मंगलवार को, एचयूएल ने कोविड-19 से संबंधित दबाव की वजह से जून तिमाही की बिक्री वृद्घि में 8 प्रतिशत की कमी दर्ज की। जहां एसेंशियल पोर्टफोलियो जून तिमाही में 6 प्रतिशत बढ़ा, वहीं डिस्क्रेशनरी और आउट-ऑफ-होम सेगमेंट में कमजोरी देखी गई।
लगुआर्ता ने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनी के लिए ध्यान देने के लिहाज से मुख्य क्षेत्र था, जिसमें उसे आगामी तिमाहियों में बाजार भागीदारी बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
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