खाद्य कंपनी ब्रिटानिया ने शुक्रवार को तिमाही के शानदार नतीजे घोषित किए और पहली तिमाही में उसका कर पूर्व लाभ 737 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 88 फीसदी ज्यादा है। बिस्कुट बनाने वाली कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर हालांकि 117 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 546 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी का एकीकृत राजस्व इस अवधि में सालाना आधार पर 26 फीसदी की उछाल के साथ 3,384 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो उम्मीद से ज्यादा है। कंपनी के वॉल्यूम की रफ्तार इस अवधि में 22 फीसदी रही, जो विश्लेषकों के 17 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी के अनुमान से ज्यादा है। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक वरुण बेरी ने कहा, ऐसा मजबूत प्रदर्शन कंपनी के लिए उच्च आधार बनाता है। जैसा कि विगत मेंं हमने देखा है कि जब आप आधार तैयार करते हैं तो आप उससे ज्यादा बढ़त की राह तलाश लेते हैं। ऐसे में शायद आपको उसी तरह की रफ्तार देखने को न मिले क्योंकि हम आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन हम उस आधार पर आगे बढ़ेंगे। कंपनी अभी 2-3 दिन के गैस के स्टॉक के साथ काम कर रही है। कंपनी ने कहा कि हमारी संस्कृति ने हमें कोविड-19 के हालात को तेजी से अनपाने में मदद की और बाजार मांग को पूरा करने में भी। जैसै ही लॉकडाउन नरम हुआ, हमने अपने वितरण नेटवर्क को कोविड पूर्व के स्तर पर लाने में और ग्रामीण व दूरदराज के इलाकों तर पहुंचने पर ध्यान केंद्रित किया। इस अवधि में हमने विनकिन काउ लस्सी पेश किया और 5 लेयर वाला केक का पैक भी उतारा। बाकी कारोबारों ने भी ठीक-ठाक लाभ के साथ बढ़त दर्ज की। लागत के मोर्चे पर कंपनी ने प्रमुख कच्चे माल की कीमत में थोड़ी बढ़ेतरी देखी और उम्मीद कर रही है कि आने वाले समय में कीमतें स्थिर होंगी क्योंकि मॉनसून और फसल कटाई का परिदृश्य सकारात्मक है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एक बार फिर होने वाले लॉकडाउन से ब्रिटानिया की रफ्तार में बढ़ोतरी होगी। एडलवाइस फाइनैशियल सर्विसेज के अवनीश रॉय ने कहा, चूंकि ज्यादातर राज्यों में दोबारा लॉकडाउन हो रहा है, ऐसे में यह ब्रिटानिया के लिए यह कारगर होगा क्योंकि इसकी खपत ज्यादातर घरों मेंं होती है। ब्रिटानिया पूंजीगत खर्च में 700 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी करेगी। अपनी रफ्तार को बनाए रखने के लिए ब्रिटानिया ने अगले 2-3 साल में 700 करोड़ रुपये अतिरिक्त पूंजीगत खर्च का ऐलान किया है।
